खनिजों का निष्कर्षण करने की विधियों का वर्णन कीजिए
तीन विधियां लिखिए
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खनिज ऐसे भौतिक पदार्थ हैं जो खान से खोद कर निकाले जाते हैं। कुछ उपयोगी खनिज पदार्थों के नाम हैं - लोहा, अभ्रक, कोयला, बॉक्साइट (जिससे अलुमिनियम बनता है), नमक (पाकिस्तान व भारत के अनेक क्षेत्रों में खान से नमक निकाला जाता है!), जस्ता, चखनिज होने के लिए उस पदार्थ को कठोर व क्रिस्टलीय होना आवश्यक है। कुछ परिभाषाओं के अनुसार खनिज वह पदार्थ है जो क्रिस्टलीय हो और भौगोलिक परिस्थितियों के परिणामस्वरूप बना हो। खनिज़ से प्राप्त खनिज शुद्ध प्राप्त नहीं होता है सबसे पहले इनकी धुलाई की जाती है धुलाई से प्राप्त जल में मिट्टी के कण एवं अन्य घुलनशील और अघूलनशील यौगिक मिले रहते है यही जल अंत में जलधा में मिल जाता है इस प्रकार प्राकृतिक जलधारा दूषित हो जाती हैं इसका ज्वलंत उदाहरण कोयलों की खानों से मिला अम्ल निस्त्रव है कोयले की खानों में कोयले के साथ कुछ मात्रा में पायराइट (FeS2) की मिली रहेती है यही पायराइट जल से सयुक्त होकर होकर फेरिक सल्फेट और अल्फियुरिका अम्ल बनता है खनिज की निकाश नालियों के निस्त्राव के साथ सल्फ्यूरिक अम्ल और फेराइट भहाकर निकलता हैसिलिकेट वर्ग
कार्बोनेट वर्ग
सल्फेट वर्ग
हैलाइड वर्ग
ऑक्साइड वर्ग
सल्फाइड वर्ग
फास्फेट वर्गखनिज होने के लिए उस पदार्थ को कठोर व क्रिस्टलीय होना आवश्यक है। कुछ परिभाषाओं के अनुसार खनिज वह पदार्थ है जो क्रिस्टलीय हो और भौगोलिक परिस्थितियों के परिणामस्वरूप बना हो। खनिज़ से प्राप्त खनिज शुद्ध प्राप्त नहीं होता है सबसे पहले इनकी धुलाई की जाती है धुलाई से प्राप्त जल में मिट्टी के कण एवं अन्य घुलनशील और अघूलनशील यौगिक मिले रहते है यही जल अंत में जलधा में मिल जाता है इस प्रकार प्राकृतिक जलधारा दूषित हो जाती हैं इसका ज्वलंत उदाहरण कोयलों की खानों से मिला अम्ल निस्त्रव है कोयले की खानों में कोयले के साथ कुछ मात्रा में पायराइट (FeS2) की मिली रहेती है यही पायराइट जल से सयुक्त होकर होकर फेरिक सल्फेट और अल्फियुरिका अम्ल बनता है खनिज की निकाश नालियों के निस्त्राव के साथ सल्फ्यूरिक अम्ल और फेराइट भहाकर निकलता है
Explanation:
khanij sanrakshan ki vidhiyan