खण्ड: 'क
1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
विनम्रता एक ऐसा गुण है, जिसमें सभी गुण समा जाते हैं। मीठी वाणी बोलने वाले को भी सुख मिलता
है और सुनने वाले को भी। इससे शत्रु भी मित्र बन जाते हैं। यदि यह कहा जाए कि मधुरभाषी का काई
शत्रु नहीं होता तो यह सर्वथा सत्य होगा। विनम्रता से व्यक्ति विनयशील बनता है, उसके अंदर का देवता
जागृत हो जाता है और वह सारे मानवोचित गुणों से परिपूर्ण माना जाता है। वह अपने संपर्क में आने
वाले सब (छोटे और बड़ों) से आदर पाता है। इतना होने पर भी उसमें लेशमात्र गर्व नहीं होता। वह सदा
प्रसन्नचित्त रहता है। उसमें अपने पराये का भेद नहीं रहता। कोई भी स्थान उसके लिए परदेश नहीं होता।
मीठे बोल से मनुष्य एवं उसके वातावरण में महान परिवर्तन आ जाता है। विनम्रता मनुष्य के चेहरे को
अत्यंत मनोरम बना देती है।
(1) मीठी बोली बोलने से क्या-क्या लाभ होता है?
(ii) सभी गुण किसमें समा जाते हैं?
(ii) विनम्र व्यक्ति कैसे रहता है?
(iv) 'शत्रु' शब्द का विलोम शब्द गद्यांश में से चुनिए।
(1) गद्यांश का समुचित शीर्षक लिखिए।
Answers
Answered by
0
Answer:(5) गद्यांश का समुचित शीर्षक विनम्रता है
(iv) 'शत्रु' शब्द का विलोम शब्द मित्र है
(ii) सभी गुण विनम्रता में शामिल हों जाते हैं
ii) विनम्र व्यक्ति प्रसन्नचित रहता है
Answered by
0
Explanation:
Sister abhi aap Jo Mera questions dekh rhi Hai to usko Agar aap solve karengi to mam apko 20 likes karunga
Similar questions