खण्ड -क
निम्न गद्यांश को पढ़कर उत्तर दीजिए-
"जो व्यक्ति सद्गुण सम्पन्न होते है, सदाचारी होते है, जनहित ही जीवन का
लक्ष्य होता है। वे महान पुरूष होते है। दुष्टों के निरन्तर संसर्ग और सम्पर्क में रहते हुए
भी उनके चरित्र और स्वभाव पर कोई दुष्प्रभाव नही प्रड़ता। उनके स्वभाव में कोई विकृति
नहीं आ पाती! वे चंदन की भाँति दुष्प्रवृतियों के बीच रहते हुए भी समाज के संतापों को
अपनी शीतलता से हटाते रहते है। अपने गुणों की सुगंध से वातावरण को पवित्र बनाये
रखते है। वे दुष्टों के प्रति निस्संग और निर्लिप्त रहकर भी अपना कार्य करते है। संगति
का गुप्त प्रभाव हमारे आचरण पर बड़ा भारी पड़ता है यह उक्ति सामान्य व्यक्तियों के
लिए कही गई है। चंदन जैसे व्यक्तित्व और चरित्र वाले दृढ़ और उदार स्वभाव वाले
महापुरूषों पर यह लागू नही होता। वे लोग कुसंगति के प्रभाव से बहुत ऊपर उठ चुके
होते है, वह प्रभाव उन्हें छू भी नहीं पाता है। यहाँ एक बात और ध्यान देने योग्य है, वह
यह कि चंदन का वृक्ष अपने अंगो से लिपटे हुए विषधरों के प्रति कभी कोई कटु प्रतिक्रिया
नही करता, उसी तरह वे महान लोग भी दुष्टों के प्रति कोई घृणा, द्वेष या आक्रोश व्यक्त
नही करते और न ही वे उन्हें दंड देने की चेष्टा करते है।"
दीजिए
(1+1+1=3)संगति का प्रभाव मनुष्य पर कैसा पड़ता है
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पहले का है पहरेदार दूसरे का है अपना अलंकार तीसरे का है अंधेरा
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Explanation:
हमारे जीवन में संगति एक अहम रोल अदा करती है यह संगति का ही असर होता है कि अच्छे लोग बुरे बन जाते हैं बुरे लोग अच्छे बन जाते हैं
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