खण्डक
1-निम्नलिदित बयांश को ध्यानपूर्दक पदिए एवं पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए
(1+2+2+1+2=8)
लोग कहते है कि घरती और आकाश कभी एक नहीं होते और वे यह भी कहते हैं
कि प्रकृति और पुख्य की धमाचौकड़ी में सदा प्रकृति पराजित होता है, मेरा अनुरोध
है कि देखे एक बार दे भारत के मुकुट कश्मीर को, जहाँ सुषमा हँसती है, सौंदर्य
विवारता है। झील के दियर पानी पर सूर्य की लहरी उठती है। पहाड़ों पर बादलों पर
दादलों की परत आसमान से बातें करती दिखाई देती है और शिखर से नीचे देखने
पर आकाश ही जमीन पर मालूम होता है। अतएव, जिसे देखकर भी जी न भरे
ऐसी यहाँ की छटा है, चखकर जिसका स्वाद व मिठक ऐसी यह खुराक है और
सुबकर जो कानों के बाहर व विकले ऐसा यह संगीत है। यहाँ की चप्पे-चप्पे
कमीत्र कुदरत की ऐसी चारी देव है, जो इनसान नही गढ़ सकता, भगवान ही
उनका निर्माण कर सकता है।
1-जो कानों के बाहर बा विकले ऐसा यह संगीत है, कहने का अर्थ है -
2- पहाड़ों पर दादलों की परत किससे दातें करती है-
3- मेरा अनुरोध है कि देखें एक बार वे भारत के मुकुट कश्मीर को, जहाँ
सुपमा हँसती है, सौंदर्य विद्यारता है। यह पर सुषमा कौन है-
लेखक के अनुसार प्रकृति और पुरुष की धमाचौकड़ी में कौन पराजित
होता है -
5- लेखक के अनुसार कश्मीर का निर्माण किसने किया
के तर टीतिर
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Explanation: nice
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