Hindi, asked by chanchalchanchal91, 6 months ago

KING GEORGE ROYAL PUBLIC SCHOOL NERCHOWK
Terminal Examination December - 2020
Hindi
M.M.85
Class 9
Time: 3:00 Hours
प्र०1 निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर अंत में दए गए किन्हीं दस प्रश्नों के उत्तर दीजिए :-
खुशियाँ दूसरों से बॉटना, खुशी पाने का एक सोपान है। जैसे, ज्ञान देने से कभी नहीं घटता, वैसे ही खुशियाँ बाँटने
से कभी कम नहीं होती। दूसरों को खुशी देने से, हमारा अपना खुशी का खजाना बढ़ता जाता है। दूसरों को खुशियाँ
कई प्रकार से दी जा सकती हैं उनकी भावनाओं का आदर कर, सहानुभूति रखकर, मदद करके और दूसरों के
सुख-दुख में सहभागी होकर। किसी बड़े – बूढे को सड़क पार करवा देना, बीमारी में सेवा करना, अपनी वस्तुओं को
दूसरों से बाँटना, दूसरों को खुशियाँ देकर स्वयं खुशी पाने के कुछ उदाहरण हैं। खुशी पाने के लिए सबसे जरूरी है
सकारात्मक दृष्टिकोण को अपनाना। सकारात्मक दृष्टिकोण का अर्थ है हर दुख, कष्ट, परेशानी में भी कोई अच्छाई
ढूँढ सकने की क्षमता। यदि हम होने वाली हर घटना का सकारात्मक पक्ष देखने की आदत डाल लें तो हर हाल में
खुश रहने का मूलमंत्र हमारी मुट्ठी में आ जाएगा। यह खुशी पाने की पहली सीढी या सोपान है। उदाहरण के लिए
दौड़ में पिछड जाने का सकारात्मक पक्ष यह है कि हम और अधिक अभ्यास कर अपनी गति को बढाएँ और यह सोच
कर निराश न हों कि हम दौड़ में पिछड़ गए। बल्कि हम यह सोचें कि ऐसी कोई विशेषता हममें भी होगी जिससे हम
आगे निकल सकते हैं।
1. इस गयाँश का उचित शीर्षक दीजिए।
2 दूसरों को खुशी किस प्रकार दी जा सकती है?
3. खुशी पाने के लिए सबसे जरूरी क्या है?
4. सकारात्मक दृष्टिकोण का क्या अर्थ है?
5. खुशी पाने की पहली सीढी क्या है?
6. खुशी पाने का सोपान क्या है?
7. 'अच्छाई' शब्द का विलोम अर्थ क्या है?
8. बॉटने से क्या नहीं घटता?
9. हम कब आगे निकल सकते हैं?
10. हमारी खुशी का खजाना कब बढ़ता है?​

Answers

Answered by abhishekuike143
0

Answer:

यही है

Explanation:

खुशी इस सारांश का शिर्षक है

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