Kini 5 vishay par bade
samvad lekhan
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1 अनुशासन इस विषय पर दो मित्रों के बीच संवाद लिखिए |
पिता: पुत्र कैसे चल रही है पढ़ाई ?
पुत्र : ठीक चल रही है पिता जी |
पिता: तुम्हें एक बता समझता हूँ हमेशा याद रखना |
पुत्र : क्या पिता जी |
पिता: पढ़ाई के साथ-साथ जीवन में अनुशासन भी जरूरी है |
पुत्र : हां जी पिता जी |
पिता: अनुशासन मनुष्य की सफलता का अधिकांश भाग उसकी अनुशासित गतिविधियों पर निर्भर करता है।
पुत्र : हां जी हमें स्कूल में भी अनुशासन के बारे में बताते है , रहना सीखते है |
पिता: अनुशासन बहुत जरूरी है | अगर हम हर एक काम अनुशासन से करेंगे तो जीवन में अपने लक्ष्य को पूरा कर सकेंगे |
पुत्र : हमें हर काम अनुशासन से करना चाहिए चाहे फिर अनुशासन पढ़ाई में हो , खेलने में हो |
पिता: तुम तो काफी समझदार हो गए हो पुत्र |
पुत्र : अच्छा लगा जान कर तुम्हें जीवन में अनुशासन का महत्व पता है |
पुत्र : रोहित आज कितना मज़ा आया स्कूल में जब सर ने अनुशासन के बारे में बताया |
पिता : हाँ यार, दीपक सुनकर बहुत अच्छा लगा |
पुत्र: जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है |
पिता : अगर हम अपने जीवन में अनुशासन में रहते सभी काम करेंगे तभी हम जीवन में सफल हो सकते है |
पुत्र : अनुशासन मनुष्य की सफलता का अधिकांश भाग उसकी अनुशासित गतिविधियों पर निर्भर करता है।
पिता : हमें हर काम अनुशासन से करना चाहिए चाहे फिर अनुशासन पढ़ाई में हो , खेलने में हो |
पुत्र : हमें गलत कामों से बच कर रहना चाहिए |
पिता : अगर हम हर एक काम अनुशासन से करेंगे तो जीवन में अपने लक्ष्य को पूरा कर सकेंगे |
पुत्र : अनुशासन बहुत जरूरी है |
2 जल संरक्षण के लिए दो मित्रों के बीच होने वाले संवाद
परी: अरे टीना तुम इतने परेशान क्यों लग रही हो ?
टीना : कुछ नहीं परी, आज शिक्षिका ने जल ही जीवन है पाठ पढ़ाया उसके बारे में सोच रही थी।
परी: इतना क्या सोच रही हूँ?
टीना : राजीव तुमने क्या पाठ में पढ़ा नहीं कि किस प्रकार देश के कई इलाकों में इस पानी को लेकर कितनी मुश्किल, जो पानी हम लोगों को आसानी में उपलब्ध हो जाता है उस पानी के लिए कितने लोगों को कई मील रोज चलना पड़ता है। पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस जाते है |
परी: हाँ टीना, यह तो सच हो सब जगह पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं होता और सब को पानी के लिए मेहनत करनी पड़ती है |
टीना : यही नहीं परी, उन्हें वहाँ पानी नहीं मिलता और हम लोग यहाँ पर व्यर्थ में ही कितना जल बर्बाद कर देते हैं।
परी: हाँ टीना, पाठ पढ़ने के बाद मैंने तो ये निश्चय कर लिया है कि मैं कभी जल को बर्बाद नहीं करूँगा।
टीना : मैं भी नहीं करूंगी , और सब को बताऊंगी जल ही हमारा जीवन है और हमें इसे व्यर्थ नहीं करना चाहिए |
3 साक्षरता के विषय पर शिक्षक और अध्यापक के बीच संवाद लेखन
शिक्षक : आज मैं आप सब को साक्षरता के बारे में बताता हूँ, साक्षरता हम सब के जीवन में बहुत जरूरी है |
छात्र: साक्षरता का अर्थ विस्तार से बताए?
शिक्षक : साक्षरता का अर्थ होता है , शिक्षित होना , पढ़ाई करना , स्कूल जाना | साक्षर होने से हमें सब के बारे में जानकारी होती है ,और हम आज़ादी से जी सकते है |
छात्र: शिक्षा हमारे लिए बहुत जरूरी है |
शिक्षक : सही कह रहे हो शिक्षा हमारे लिए बहुत जरूरी है , बिना शिक्षा के हमारा जीवन व्यर्थ है |
छात्र: कई जगह पर तो अभी भी लोग बच्चों को शिक्षा के लिए नहीं भेजते|
शिक्षक : सभी जो उजागर करने ले लिए सरकार ने साक्षरता अभियान पर विज्ञापन चलाया है ताकी सभी को घर-घर तक पता चले सब पढ़े, और आगे बढ़े और उन्नति करें |
छात्र: शिक्षा लेने का हक सब को है , हम किसी भी उम्र में सिख सकते है |
शिक्षक : बौद्धिक विकास के लिए भी पूर्ण रूप से शिक्षित होना बहुत आवश्यक है। कुछ पढ़ना हो लिखना हो , किसी को समझना हो , दूसरे देश जाना हो , बहार जाना इसके लिए हमें शिक्षित होना बहुत जरूरी है |
छात्र: आपने बहुत अच्छा समझाया हम सब याद रखेंगे |
शिक्षक : मन लगा कर पढ़ाई करो और अपने लक्ष्य को प्राप्त करो |
4 किसी कवि से हुई काल्पनिक बातचीत को संवाद
यह मेरे और मेरे प्रिय के बिच हुई काल्पनिक बातचीत का संवाद है। मेरे प्रिय हरिवंश राय बच्चन जी
मुझे उनसे मिलने का सपना है और बात करने का भी।
मैं (रितु) : हेलो सर. मै आपकी बहुत बड़ी प्रशंसक हूँ।
कवि (हरिवंश राय बच्चन): हेलो रितु।
मैं (रितु) : सर आपसे मिल के और बात करके बड़ी ख़ुशी हुई।
कवि (हरिवंश राय बच्चन): मुझें भी।
मैं (रितु) :सर मैंने आपकी सारी कविताएँ पड़ती हूं, सब मुझें बहुत अच्छी लगती है।
कवि (हरिवंश राय बच्चन): सब आप सब के कारण है आप सब का प्यार है मेरे प्रति।
मैं (रितु) : आपकी वो कविता कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती वो कविता सबको आगे बढ़ने का आत्मविश्वास बढ़ाती है।
कवि (हरिवंश राय बच्चन): रितु आप क्या करते हो।
मैं (रितु) : सर मै हिंदी में पीएचडी कर रही हूँ, मुझें भी कवि बनना है। आप साहित्य के बारे में बताओ मै भी कुछ सिख सकू ।
5 खाता खोलने पर बैंक प्रबंधक और ग्राहक के बीच संवाद 120 वर्ड्स खाता
ग्राहक: सर मुझे सेविंग खाता खोलना.
बैंक प्रबंधक : हां जी खोल देंगे.
ग्राहक: सर खाता खोलने के लिए क्या फॉर्मेलिटी है.
बैंक प्रबंधक : आपको स्टूडेंट खाता खोलना है क्या.
ग्राहक: नहीं.
बैंक प्रबंधक : ठीक है आप फ्रॉम भर दीजिए.
ग्राहक:ठीक है सर.
बैंक प्रबंधक : आपके पास एड्रेस प्रूफ है.
ग्राहक: सर एड्रेस प्रूफ है.
बैंक प्रबंधक : आपके पास आधार कार्ड, पेन कार्ड है
ग्राहक: सर आधार कार्ड है.
बैंक प्रबंधक :ठीक है चल पड़ेगा. आपके पास पास-पोर्ट साइज़ फोटो है
ग्राहक: हांजी सर है
बैंक प्रबंधक : 2 फोटो दे दीजिए.
ग्राहक: लीजिए सर.
बैंक प्रबंधक : यंहा पे हस्ताक्षर कर दो, खुल गया खाता, थोड़ी देर में पास बुक ले लेना.
ग्राहक: धन्यवाद सर |