kiran bedi information in hindi
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वर्ष 1983 में, गोवा में सेवा करते समय, उन्होंने एक विवाद को अपनी ओर आकर्षित किया, जब अनौपचारिक रूप से जनता के लिए जोरी ब्रिज का उद्घाटन किया। इस अनौपचारिक उद्घाटन ने कई राजनेताओं को नाराज कर दिया था।
• जब वह दिल्ली में अपनी बीमार बेटी की देखभाल करने के लिए छुट्टी पर थी, तब उन्होंने पुनः एक और विवाद खड़ा कर दिया। यद्यपि किरण ने छुट्टी के लिए आवेदन किया था, जिसकी पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) राजेंद्र मोहन ने भी सिफारिश की थी, लेकिन गोवा सरकार द्वारा छुट्टी को आधिकारिक तौर पर मंजूरी नहीं दी गई थी। गोवा के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रतापसिंह राणे द्वारा किरण को बिना किसी को बताए, ड्यूटी पर अनुपस्थित होने के कारण उन्हें फरार घोषित किया गया।
• वर्ष 1980 के दशक में, जब उन्होंने लाल किले के पास भारतीय जनता पार्टी की एक सभा पर लाठी चार्ज करने के आदेश देने के कारण कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
• जनवरी 1988 में, वह दिल्ली के वकीलों के साथ विवादों में आईं, जब उन्होंने राजेश अग्निहोत्री नामक एक व्यक्ति को अदालत में हथकड़ी से पकड़ा हुआ था। लेकिन वह व्यक्ति तीस हजारी कोर्ट में अभ्यास करने वाला एक वकील था। जिससे सभी वकील नाराज हो गए; क्योंकि एक वकील को हथकड़ी से पकड़ा नहीं जा सकता है; भले ही वह गंभीर अपराध में शामिल क्यों न हो।
• वर्ष 1992 में, जब सुकृति, किरण बेदी की बेटी, ने लेडी होर्डिंग मेडिकल कॉलेज (दिल्ली) में दाखिला लेने के लिए मिजोरम निवासी कोटे से आवेदन किया, जबकि वह एक गैर-मिजो थी। जिसके चलते मिजोरम छात्रों ने उनका कड़ा विरोध किया।
• 90 के दशक में, तिहाड़ जेल के इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) के रूप में काम करते हुए, किरण बेदी ने अपने वरिष्ठ अधिकारीयों से घृणा की। जिससे उन पर जेल की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा।
• जुलाई 1993 में, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के अंडर-ट्रायल कैदी को चिकित्सकीय जाँच के संबंध में दिए गए, दिशा-निर्देशों की अवमानना करने पर उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
• वर्ष 1994 में, जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने उन्हें वाशिंगटन में आने के लिए आमंत्रित किया। तब, दिल्ली सरकार ने उन्हें निमंत्रण स्वीकार करने से मना कर दिया था। वर्ष 1995 में, जब उन्हें बिल क्लिंटन ने फिर से आमंत्रित किया। तो पुनः दिल्ली सरकार ने निमंत्रण स्वीकार करने से मना कर दिया। तभी वह न्यूयॉर्क टाइम्स में एक लेख प्रकाशित करने के लिए आगे बढ़ी। जिसमें उन्होंने दिल्ली सरकार की काफी आलोचना की।
• तिहाड़ जेल के कुख्यात अपराधी चार्ल्स सोभराज को टाइपराइटर प्रदान करने के लिए उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। जोकि जेल मैनुअल के अनुसार निषिद्ध वस्तुओं में से एक है।
• 26 नवंबर 2011 को, दिल्ली स्थित वकील देवेंद्र सिंह चौहान द्वारा दायर शिकायत के आधार पर, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गैर-सरकारी संगठनों के लिए फंड के अनुचित उपयोग के लिए किरण बेदी पर मामला दर्ज किया गया।
Explanation:
डॉ॰ किरण बेदी (जन्म : ९ जून १९४९) भारतीय पुलिस सेवा की सेवानिवृत्त अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, भूतपूर्व टेनिस खिलाड़ी एवं राजनेता हैं। सम्प्रति वे पुदुचेरी की उपराज्यपाल हैं। सन १९७२ में भारतीय पुलिस सेवा में सम्मिलित होने वाली वे प्रथम महिला अधिकारी हैं। ३५ वर्ष तक सेवा में रहने के बाद सन २००७ में उन्होने स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली।
किरण बेदी
Kiran Bedi at the SWIM Conference.JPG
जन्म
9 जून 1949
अमृतसर
नागरिकता
भारत
शिक्षा
पंजाब विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली
व्यवसाय
पुलिस अधिकारी, राजनीतिज्ञ, लेखक
नियोक्ता
भारतीय पुलिस सेवा
राजनैतिक पार्टी
भारतीय जनता पार्टी
धार्मिक मान्यता
हिन्दू धर्म
पुरस्कार
रेमन मैगसेसे