kisi ek pratishthit samachar patra ke sampadak ko patra likhkar prashashan vyastha ka dhyan corona namak mahamari ka chalta sadaka par kanuni niyamo ka ullanghan kar aarajakta falana wala logo ki aur dilvaya
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किसी एक प्रकाशित समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखकर परेशान व्यवस्था का ध्यान कोरोना नामक माहामारी के चलते सड़क पर क़ानूनी नियमों का उल्ल्घंन कर आराजकता फ़ैलाने वाला लोगों की और दिलाए:
सेवा में,
श्रीमान संपादक महोदय,
अमर उजाला शिमला,
विषय:कोरोना नामक माहामारी के चलते सड़क पर क़ानूनी नियमों का उल्ल्घंन कर आराजकता फ़ैलाने वाला लोगों के को सचेत करवाने के लिए पत्र
महोदय,
मेरा नाम सुमित शर्मा है, मैं शिमला जिले का रहने वाला हूँ| मैं अपने लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम कोरोना नामक माहामारी के चलते सड़क पर क़ानूनी नियमों का उल्ल्घंन कर आराजकता फ़ैलाने वाला लोगों के को सचेत करवाने के लिए समस्या की ओर जनता और संबंध अधिकारियों का आग्रह करना चाहता हूँ| आशा है कि आप मेरे पत्र को अपने लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे। शहर में आज कल कोरोना महामारी की समस्या बढ़ती ही जा रही है| इस बीमारी के कारण सारी व्यवस्था हिल गई है| सभी लोग इस बीमारी के कारण परेशान है|
मैं लोगों की के बारे में बताना चाहता हूँ जो लोग कोरोना नामक माहामारी के चलते सड़क पर क़ानूनी नियमों का उल्ल्घंन कर आराजकता फ़ैलाने का काम कर रहे है| यह बहुत ही गलत है | लोग सरकार द्वारा तय किए गए नियमों का पालन नहीं कर रहे है| मेरा केंद्र सरकार से अनुरोध है कि वे इस संबंध में कठोर कार्यवाही करें|
धन्यवाद|
भवदीय,
सुमित शर्मा |
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अधिकाधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से कुछ स्वार्थी लोग आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी कर कृत्रिम अभाव पैदा कर बाजार में संकट खड़ा करते हैं। इस प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते समाचार-पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।
कोरोना वायरस की वजह से हमारे जीवन में व्यापक बदलाव आए हैं. ना केवल हमारे निजी जीवन पर बल्कि हमारे रिश्तों पर भी इसका प्रभाव पड़ा है.लेकिन महामारी के इस दौर में हम ख़ुद और अपनो को कैसे बचाएं और कैसे सुरक्षित रखें इसके लिए तमाम तरह की जानकारी, सुझाव और सलाह मौजूद हैं.लेकिन क्या हर सलाह आपके लिए फ़ायदे की है? ज़रूरी नहीं.ये कुछ ऐसे टिप्स हैं, जो आपके लिए फ़ायदे के साबित हो सकते हैं.मैं ख़ुद को कैसे सुरक्षित रखूं?विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक़, कोरोना वायरस से ख़ुद को सुरक्षित रखने का सबसे बेसिक और महत्वपूर्ण उपाय है कि हम सफ़ाई से रहें. साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखना सबसे ज़रूरी हैअपने हाथों को समय-समय पर धोते रहें. समय-समय पर साबुन और पानी से हाथ धोएं. या आप चाहें तो एक अल्कोहॉल बेस्ड सैनेटाइज़र भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सैनेटाइज़र को हाथों पर अच्छी तरह लगाएं. इससे अगर आप के हाथ पर वायरस मौजूद हुआ भी तो समाप्त हो जाएगा.कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं और कैसे कर सकते हैं बचावकोरोना वैक्सीन का इंतज़ार कब ख़त्म होगा और किन मरीज़ों को सबसे पहले मिलेगी?अपनी आंखों को छूने से बचें, नाक और मुंह पर भी हाथ लगाने से बचें. हम अपने हाथ से कई सतहों को छूते हैं और इस दौरान संभव है कि हमारे हाथ में वायरस चिपक जाए. अगर हम उसी अवस्था में अपने नाक, मुंह और आंख को छूते हैं तो वायरस के शरीर में प्रवेश की आशंका बढ़ जाती है. हम वायरस को फैलने से कैसे रोक सकते हैं?अगर आप छींक रहे हैं या फिर खांस रहे हैं तो अपने मुंह के सामने टिश्यू ज़रूर रखें और अगर आपके पास उस वक़्त टिश्यू ना हो तो अपने हाथ को आगे कर कोहनी की ओट में छीकें या खांसें.अगर आपने कोई टिश्यू इस्तेमाल किया है तो उसे जितनी जल्दी हो सके डिस्पोज़ कर दें. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसमें मौजूद वायरस दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं.यही वजह है कि लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने को कहा जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग के तहत लोगों को एक-दूसरे से कम से कम दो मीटर दूर रहने की सलाह दी गई है.इसके अलावा बहुत सी जगहों पर लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों में ही रहें और जब तक बहुत ज़रूरी ना हो घर से बाहर ना निकलें. ताकि संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचा जा सकेइन सबके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह बेहद ज़रूरी है लोग हैंडशेक करने से परहेज़ करें और इसके बजाय 'सेफ़-ग्रीटिंग' जैसे नमस्ते या फिर कोहनी के इस्तेमाल या दूसरे तरीक़े से अभिवादन करें.क्या ग्लव्स और मास्क कारगर हैं अगर आप किसी ऐसे मास्क का इस्तेमाल करते हैं जो एकदम साधारण है और जिसे आपने सुपर मार्केट से ख़रीदा था, तो वो आपके लिए मददगार नहीं होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि ये मास्क बहुत ढीले होते हैं और इससे आंखों को सुरक्षा नहीं मिलती है. साथ ही इन्हें बहुत लंबे वक़्त तक इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.हालांकि अगर सामने से कई संक्रमित व्यक्ति छींक देता है तो उस स्थिति में ये ज़रूर मददगार साबित होता है.यहां ये याद रखने की ज़रूरत है कि कोरोना वायरस के जितने मामले अभी तक सामने आए हैं उनमें से बहुत से मामले ऐसे हैं जिसमें संक्रमित लोगों में कोई लक्षण नज़र नहीं आया लेकिन जब उन्हें टेस्ट किया गया तो वे पॉज़ीटिव पाए गए. ऐसे में अगर आप मास्क का इस्तेमाल करते हैं तो कोई बुराई नहीं है.कोरोना का इलाज: डेक्सामैथासोन और दूसरी कारगर दवाइयां जिनसे मरीज़ हो रहे हैं ठीक
अगर आप किसी ऐसे मास्क का इस्तेमाल करते हैं जो एकदम साधारण है और जिसे आपने सुपर मार्केट से ख़रीदा था, तो वो आपके लिए मददगार नहीं होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि ये मास्क बहुत ढीले होते हैं और इससे आंखों को सुरक्षा नहीं मिलती है. साथ ही इन्हें बहुत लंबे वक़्त तक इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.हालांकि अगर सामने से कई संक्रमित व्यक्ति छींक देता है तो उस स्थिति में ये ज़रूर मददगार साबित होता है.यहां ये याद रखने की ज़रूरत है कि कोरोना वायरस के जितने मामले अभी तक सामने आए हैं उनमें से बहुत से मामले ऐसे हैं जिसमें संक्रमित लोगों में कोई लक्षण नज़र नहीं आया लेकिन जब उन्हें टेस्ट किया गया तो वे पॉज़ीटिव पाए गए. ऐसे में अगर आप मास्क का इस्तेमाल करते हैं तो कोई बुराई नहीं है.कोरोना का इलाज: डेक्सामैथासोन और दूसरी कारगर दवाइयां जिनसे मरीज़ हो रहे हैं ठीकग्लव्स की बात करें तो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अगर आप ग्लव्स का इस्तेमाल करते हैं तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आप कोरोना वायरस से बच जाएंगे. लेकिन इसका दूसरा पहलू ये भी है कि नंगे हाथ से चेहरा छूना ख़तरनाक साबित हो सकता है.विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि रोज़ाना साबुन से हाथ धोते रहना ग्लव्स की तुलना में कहीं अधिक सुरक्षित और कारगर है.
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