Kisi paltu prani ki athmakatha likhiye
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मैं इस धरती का ऐसा जीव हूं जो समस्त दुनिया में विभिन्न प्रजातियों में पाया जाता है । इस धरती के सर्वाधिक वफादार प्राणियों में से मैं एक हूं । जब भी कर्तव्यनिष्ठा, सजगता, ईमानदारी व स्वामीभक्ति की मिसाल दी जाती है, तब मुझे ने ही याद किया जाता है ।
मैं इस धरती का ऐसा जीव हूं जो समस्त दुनिया में विभिन्न प्रजातियों में पाया जाता है । इस धरती के सर्वाधिक वफादार प्राणियों में से मैं एक हूं । जब भी कर्तव्यनिष्ठा, सजगता, ईमानदारी व स्वामीभक्ति की मिसाल दी जाती है, तब मुझे ने ही याद किया जाता है ।इस बात का मुझे बड़ा गर्व है । मैं एक ऐसा पालतू जानवर हूं, जिसे लोग अपने घरों में रखना पसंद करते हैं । अपने घर की सुरक्षा का समस्त भार मुझ पर डालकर वे बड़ी निश्चिन्तता के साथ अपने काम पर निकल जाते हैं; क्योंकि मैं हमेशा चौकन्ना रहता हूं
मैं इस धरती का ऐसा जीव हूं जो समस्त दुनिया में विभिन्न प्रजातियों में पाया जाता है । इस धरती के सर्वाधिक वफादार प्राणियों में से मैं एक हूं । जब भी कर्तव्यनिष्ठा, सजगता, ईमानदारी व स्वामीभक्ति की मिसाल दी जाती है, तब मुझे ने ही याद किया जाता है ।इस बात का मुझे बड़ा गर्व है । मैं एक ऐसा पालतू जानवर हूं, जिसे लोग अपने घरों में रखना पसंद करते हैं । अपने घर की सुरक्षा का समस्त भार मुझ पर डालकर वे बड़ी निश्चिन्तता के साथ अपने काम पर निकल जाते हैं; क्योंकि मैं हमेशा चौकन्ना रहता हूं मेरी महत्ता व विशेषताएं जानकर ही पुलिस विभाग हमें अपने साथ रखता है । चोरों से लेकर नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों की धर-पकड़ में मेरा ही सहयोग लेता है । जो काम मनुष्य के बस के बाहर रकख्सा होता। है, वह मैं कर लेता हूं ।
मैं इस धरती का ऐसा जीव हूं जो समस्त दुनिया में विभिन्न प्रजातियों में पाया जाता है । इस धरती के सर्वाधिक वफादार प्राणियों में से मैं एक हूं । जब भी कर्तव्यनिष्ठा, सजगता, ईमानदारी व स्वामीभक्ति की मिसाल दी जाती है, तब मुझे ने ही याद किया जाता है ।इस बात का मुझे बड़ा गर्व है । मैं एक ऐसा पालतू जानवर हूं, जिसे लोग अपने घरों में रखना पसंद करते हैं । अपने घर की सुरक्षा का समस्त भार मुझ पर डालकर वे बड़ी निश्चिन्तता के साथ अपने काम पर निकल जाते हैं; क्योंकि मैं हमेशा चौकन्ना रहता हूं मेरी महत्ता व विशेषताएं जानकर ही पुलिस विभाग हमें अपने साथ रखता है । चोरों से लेकर नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों की धर-पकड़ में मेरा ही सहयोग लेता है । जो काम मनुष्य के बस के बाहर रकख्सा होता। है, वह मैं कर लेता हूं ।अत: जो मिले, जैसा मिले, उसी को खाकर सन्तुष्ट रहता हूं । कुछ मालिक मुझे सम्मानपूर्वक अच्छा भोजन देते हैं, तो कुछ असम्मानजनक व्यवहार के साथ । मैं इसे भी अपने मालिक की आइघ मानकर स्वीकार कर लेता हूं ।
मैं इस धरती का ऐसा जीव हूं जो समस्त दुनिया में विभिन्न प्रजातियों में पाया जाता है । इस धरती के सर्वाधिक वफादार प्राणियों में से मैं एक हूं । जब भी कर्तव्यनिष्ठा, सजगता, ईमानदारी व स्वामीभक्ति की मिसाल दी जाती है, तब मुझे ने ही याद किया जाता है ।इस बात का मुझे बड़ा गर्व है । मैं एक ऐसा पालतू जानवर हूं, जिसे लोग अपने घरों में रखना पसंद करते हैं । अपने घर की सुरक्षा का समस्त भार मुझ पर डालकर वे बड़ी निश्चिन्तता के साथ अपने काम पर निकल जाते हैं; क्योंकि मैं हमेशा चौकन्ना रहता हूं मेरी महत्ता व विशेषताएं जानकर ही पुलिस विभाग हमें अपने साथ रखता है । चोरों से लेकर नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों की धर-पकड़ में मेरा ही सहयोग लेता है । जो काम मनुष्य के बस के बाहर रकख्सा होता। है, वह मैं कर लेता हूं ।अत: जो मिले, जैसा मिले, उसी को खाकर सन्तुष्ट रहता हूं । कुछ मालिक मुझे सम्मानपूर्वक अच्छा भोजन देते हैं, तो कुछ असम्मानजनक व्यवहार के साथ । मैं इसे भी अपने मालिक की आइघ मानकर स्वीकार कर लेता हूं ।विदेशों में मुझे बेहद प्यार और सम्मान के साथ देखा जाता है । वहां के मालिक मेरी प्रत्येक सुख-सुविधा का ख्याल रखते हैं । मैं भी विदेशों में खेतों, पशुपालन, घर के अन्य कामों तथा अपने मालिक के स्वास्थ्य का ध्यान रखता हूं ।
मैं इस धरती का ऐसा जीव हूं जो समस्त दुनिया में विभिन्न प्रजातियों में पाया जाता है । इस धरती के सर्वाधिक वफादार प्राणियों में से मैं एक हूं । जब भी कर्तव्यनिष्ठा, सजगता, ईमानदारी व स्वामीभक्ति की मिसाल दी जाती है, तब मुझे ने ही याद किया जाता है ।इस बात का मुझे बड़ा गर्व है । मैं एक ऐसा पालतू जानवर हूं, जिसे लोग अपने घरों में रखना पसंद करते हैं । अपने घर की सुरक्षा का समस्त भार मुझ पर डालकर वे बड़ी निश्चिन्तता के साथ अपने काम पर निकल जाते हैं; क्योंकि मैं हमेशा चौकन्ना रहता हूं मेरी महत्ता व विशेषताएं जानकर ही पुलिस विभाग हमें अपने साथ रखता है । चोरों से लेकर नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों की धर-पकड़ में मेरा ही सहयोग लेता है । जो काम मनुष्य के बस के बाहर रकख्सा होता। है, वह मैं कर लेता हूं ।अत: जो मिले, जैसा मिले, उसी को खाकर सन्तुष्ट रहता हूं । कुछ मालिक मुझे सम्मानपूर्वक अच्छा भोजन देते हैं, तो कुछ असम्मानजनक व्यवहार के साथ । मैं इसे भी अपने मालिक की आइघ मानकर स्वीकार कर लेता हूं ।विदेशों में मुझे बेहद प्यार और सम्मान के साथ देखा जाता है । वहां के मालिक मेरी प्रत्येक सुख-सुविधा का ख्याल रखते हैं । मैं भी विदेशों में खेतों, पशुपालन, घर के अन्य कामों तथा अपने मालिक के स्वास्थ्य का ध्यान रखता हूं ।मैं बड़े सरल हृदय वाला प्राणी हूं । किसी के प्रति तनिक भी राग-द्वेष नहीं रखता । मुझे विवश किया जाता है, तो मैं अपना उग्र रूप दिखाता हूं । मैं तो हमेशा से मानव-जाति का मित्र तथा हितैषी बना रहना चाहता हूं ।