Kisi prakatik drishya ka varnan plzzzzzzzz fast
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मूल प्रकृति का परम प्रिय स्थल विन्ध्यक्षेत्र में धार्मिक स्थल के साथ साथ अतिमनोहारी प्राकृतिक स्थल भी है। मीरजापुर के सभी जलाशय, जल-प्रपात (फाल) की सुन्दरता पर्यटकों को अपनी बोर आकर्षित करती हैं। यहां प्रकृति की अनुपम छटा पर्यटकों को अपनी ओर खींच लेती हैं। न चाहते हुए भी सैलानियों को प्रकृति अपने गोद में प्रकृतिक सुन्दरता का आनन्द उठाने के लिए प्रेरित करती है।
वर्षा ऋतु पर्यटको के लिये उपयुक्त समय माना जाता है क्यूकि प्रकृति मदमस्त रहती है अपनी अनुपम छटा के साथ ही पेड़ों से मोहक गंध प्रवाहित करतीं हैं जो साधकों के साथ ही पर्यटकों को भी माहित करती हैं। शीत काल में भी यहां पर पर्यटकों को परिपक्व (शुद्ध) जल मिलता है जो बरसात में ज्यादा तर जल मटमैला रहता है वही जाड़े में जल साफ रहता है। यही जल स्वास्थ्य के लिये लाभदायक रहता है। यही समय सुहानी धूप में पर्यटकों के लिये धूमने फिरने का उत्तम समय माना जाता है। अतः बरसात और जाड़ा पर्यटकों के लिये विशेष माने जाते है।
इस समय प्रकति का आनन्द सैलानी यहां जमकर उठाते हैं।
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