Kisi Ras ko Aadhar Banakar kahani ki Rachna kariye
Answers
Answer:
श्रृंगार रस--* जब किसी काव्य में नायक नायिका के प्रेम,मिलने, बिछड़ने आदि जैसी क्रियायों का वर्णन होता है तो वहाँ श्रृंगार रस होता है।
वियोग श्रृंगार----* जब नायक नायिका के बिछड़ने का वर्णन होता है तो वियोग श्रृंगार होता है।
हीर-रांझा की कहानी श्रृंगार रस आधारित है |
यह कहानी दो प्रेम करने वालो की जो एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे , हीर-रांझा की मुलाकातें प्रेम में बदल गई, लेकिन हीर के चाचा को इसकी भनक लग गई और हीर की शादी दूसरे गाँव कर दी गई। दोनों एक दूसरे के वियोग में सह नहीं पाए | रांझा फकीर बना गया और जगह-जगह भीख मांगता था | हीर-रांझा दोनों भिक्षा के जरिए दोनों मिलते थे | एक दिन सब को पता चल गया यह रांझा है और सभी ने उसे चोर समझ कर मारने लगे | हीर के पिता ने हीर को जहर दे दिया। हीर मर गई, रांझा मर गया, लेकिन उनकी महोब्बत आज भी जिंदा है।
Answer:
जब नायक नायिका के बिछड़ने का वर्णन होता है तो वियोग श्रृंगार होता है।
हीर-रांझा की कहानी श्रृंगार रस आधारित है |
यह कहानी दो प्रेम करने वालो की जो एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे , हीर-रांझा की मुलाकातें प्रेम में बदल गई, लेकिन हीर के चाचा को इसकी भनक लग गई और हीर की शादी दूसरे गाँव कर दी गई। दोनों एक दूसरे के वियोग में सह नहीं पाए | रांझा फकीर बना गया और जगह-जगह भीख मांगता था | हीर-रांझा दोनों भिक्षा के जरिए दोनों मिलते थे | एक दिन सब को पता चल गया यह रांझा है और सभी ने उसे चोर समझ कर मारने लगे | हीर के पिता ने हीर को जहर दे दिया। हीर मर गई, रांझा मर गया, लेकिन उनकी महोब्बत आज भी जिंदा है।
Hope its helpful