Hindi, asked by Vijaygee2881, 1 year ago

Kiske sasan kaal mein shri raghunath ji ki prasidh murti ko ayodhya se kullu le gaya tha

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Answered by bhatiamona
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राजा जगत सिंह के शासन काल में वर्ष 1653 में रघुनाथ जी की प्रतिमा को मणिकर्ण मंदिर में रखा गया और वर्ष 1660 में इसे पूरे विधि-विधान से कुल्लू के रघुनाथ मंदिर में स्थापित किया गया।  

श्री रघुनाथ जी के सम्मान में राजा जगत सिंह ने वर्ष 1660 में कुल्लू में दशहरा उत्सव मनाने की परंपरा शुरू की। तभी से भगवान श्री रघुनाथ की प्रधानता में कुल्लू के हर-छोर से पधारे देवी-देवताओं का महा सम्मेलन तब से दशहरा उत्सव का आयोजन  चला आ रहा है। कुल्लू घाटी का दशहरा उत्सव धार्मिक, सांस्कृति और व्यापारिक रूप से विशेष महत्व रखता है। हिन्दुओं के लिए तो इसका विशेष धार्मिक महत्व है।

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