Koi ek kavita kahani likhiye jisme aapke sapno ka varnan hoon jo aap jeevan mein karna chahte ho 2 please answer and dont spam
Answers
।। मेरे सपने ।।
होंगे कब सपने मेरे पूरे ,
मन की ये आवाज़ है.
कब मिलेगा वो सब मुझको ,
जिसका न आगाज़ है..
सपनों ने मेरी नींदे लूट लीं ,
चैन भी मेरा छीन लिया
.
इन सपनों ने सपने में भी ,
चैन से न जीने दिया..
और कितना यें तड़पाएगें ,
इसका न अंदाज़ है
.
कब मिलेगा वो सब मुझको ,
जिसका न आगाज़ है…….
सुनकर मेरे सपनों को बस ,
दुनिया सारी हँसती है
.
बिन पंखो की कहकर मुझको ,
ताने देती रहती है..
क्यों करती है ये सब दुनियाँ ,
इसका कोई न राज़ है.
कब मिलेगा वो सब मुझको ,
जिसका न आगाज़ है…….
नहीं सहारा कोई मुझको ,
अब तक गिरता रहा हूँ मैं
.
सब तो बढ़ जाते है आगे,
अब तक डूबता रहा हूँ मैं..
मंज़िल तक पहुंचाए जो मुझको ,
आशा ही वो जहाज़ है
.
कब मिलेगा वो सब मुझको ,
जिसका न आगाज़ है…….
मेरे सपने पूरे कर दो ,
ऐसा नहीं मैं कहता हूँ.
मुझको बस हिम्मत दे दो ,
इतना ही तो कहता हूँ..
रूठना न तुम मेरे भगवन ,
सारी दुनिया नाराज़ है.
कब मिलेगा वो सब मुझको ,
जिसका न आगाज़ है…….
होंगे चुप ये दुनियाँ वाले ,
देख मुझे जो हँसते हैं.
बिन पंखो का कहकर मुझको ,
हर पल हँसते रहते हैं..
मिलेंगें मुझको मेरे सपने ,
मेरे, दिल की ये आवाज़ है.
कब मिलेगा वो सब मुझको ,
जिसका न आगाज़ है…….
होंगे कब सपने मेरे पूरे ,
मन की ये आवाज़ है.
कब मिलेगा वो सब मुझको ,
जिसका न आगाज़ है…….