koyal kee kavita 8 lines mein.
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this is the answer
देखो कोयल काली है, पर मीठी है इसकी बोली!
इसने ही तो कूक-कूक कर आमों में मिसरी घोली॥
यही आम जो अभी लगे थे, खट्टे-खट्टे, हरे-हरे।
कोयल कूकेगी तब होंगे, पीले और रस भरे-भरे॥
हमें देखकर टपक पड़ेंगे, हम खुश होकर खाएंगे।
ऊपर कोयल गायेगी, हम नीचे उसे बुलाएंगे॥
कोयल! कोयल! सच बतलाओ, क्या संदेशा लाई हो?
बहुत दिनों के बाद आज फिर, इस डाली पर आई हो॥
क्या गाती हो, किसे बुलाती, बतला दो कोयल रानी।
प्यासी धरती देख, माँगती हो क्या मेघों से पानी?
या फिर इस कड़ी धूप में हमको देख-देख दुःख पाती हो,
इसीलिए छाया करने को तुम बादल बुलवाती हो॥
जो कुछ भी हो, तुम्हें देख कर हम कोयल, खुश हो जाते हैं।
तुम आती हो - और न जाने हम क्या-क्या पा जाते हैं॥
नाच-नाच उठते हम नीचे, ऊपर तुम गाया करती।
मीठे-मीठे आम रास भरे, नीचे टपकाया करती ॥
उन्हें उठाकर बड़े मजे से, खाते हैं हम मनमाना ।
आमों से भी मीठा है, पर कोयल रानी का गाना ॥
"hope it will help u"☺️
देखो कोयल काली है, पर मीठी है इसकी बोली!
इसने ही तो कूक-कूक कर आमों में मिसरी घोली॥
यही आम जो अभी लगे थे, खट्टे-खट्टे, हरे-हरे।
कोयल कूकेगी तब होंगे, पीले और रस भरे-भरे॥
हमें देखकर टपक पड़ेंगे, हम खुश होकर खाएंगे।
ऊपर कोयल गायेगी, हम नीचे उसे बुलाएंगे॥
कोयल! कोयल! सच बतलाओ, क्या संदेशा लाई हो?
बहुत दिनों के बाद आज फिर, इस डाली पर आई हो॥
क्या गाती हो, किसे बुलाती, बतला दो कोयल रानी।
प्यासी धरती देख, माँगती हो क्या मेघों से पानी?
या फिर इस कड़ी धूप में हमको देख-देख दुःख पाती हो,
इसीलिए छाया करने को तुम बादल बुलवाती हो॥
जो कुछ भी हो, तुम्हें देख कर हम कोयल, खुश हो जाते हैं।
तुम आती हो - और न जाने हम क्या-क्या पा जाते हैं॥
नाच-नाच उठते हम नीचे, ऊपर तुम गाया करती।
मीठे-मीठे आम रास भरे, नीचे टपकाया करती ॥
उन्हें उठाकर बड़े मजे से, खाते हैं हम मनमाना ।
आमों से भी मीठा है, पर कोयल रानी का गाना ॥
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koyal rani badi syani ,
meethi taan sunati hai,
fudak fuak kar idhar udhar yah,
sabko naach dikhati hai.
har din saam svere dekho,
daana chugne aati hai,
ped ped pe daal dall pe,
kaise dekho ithlati hai.
aapni meethi taan sunakar,
sabka maan moh jaati hai .
hope it is a nice poem and helps you
have a nice day
thank ypu
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fudak fuak kar idhar udhar yah,
sabko naach dikhati hai.
har din saam svere dekho,
daana chugne aati hai,
ped ped pe daal dall pe,
kaise dekho ithlati hai.
aapni meethi taan sunakar,
sabka maan moh jaati hai .
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