Kusangati se bachne ke lie shote bhai ko patr in Hindi
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दिनांक: १२ अक्टूबर २०…
प्रिय …...,
बहुत दिनों से तुम्हें पत्र लिखने के बारे में सोच रहा था। बहुत दिनों से तुम्हारा भी कोई पत्र नहीं आया । क्या कारण है? अपनी कुशलता का पत्र लिखते रहा करो। तुम्हारा पत्र न आने पर चिंता हो जाती है।
तुम्हारा एक मित्र यहां आया था। उसने बताया कि तुम आजकल पढ़ाई में बहुत कम ध्यान दे रहे हो। तुमने उन लोगों से दोस्ती कर ली है जो पढ़ने लिखने में बिल्कुल ध्यान ना देकर बहुत अधिक सिनेमा देखते हैं, सिगरेट पीते हैं और बुरे-बुरे गाने गाते हैं।
कुसंगति का फल फल बुरा होता है और कुसंगति में रहकर जीवन बर्बाद हो जाता है। यदि कुछ अच्छे सेबों के बीच एक सड़ा गला सेब रख दिया जाए तो वह सब सेबों को सड़ा देता है। उसी प्रकार थोड़ी भी कुसंगति मनुष्य के जीवन को नष्ट कर देती है। तुम्हारे परीक्षा में फेल होने का भी यही कारण है। बुरे दोस्तों का साथ छोड़ कर को छोड़कर पढ़ने में पूरा पूरा ध्यान लगाओ। अच्छे दोस्तों से दोस्ती करोऔर पढ़ाई में अपना पूरा मन लगाओ। परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ पास हो ।
तुम्हारा भाई
कखग
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प्रिय भाई
बहुत दिनो से तुम्हारा पत्र नही मिला । मुझे तुम्हारी बहुत चिता हो रही है । मै आसा करता हूँ की तुम वहां कुशलपूर्वक होगे । मै यह जानकर बहुत दुखी हुआ की ईस परीक्षा मे तुम सफलता प्राप्त नही कर पाये । मुझे तुमहारे बारे मे यह जानकर बहुत शमिंदा होना पड़ा की तुमहारा पढाई मे बिल्कुल मन नही लग है और तुमने बहुत गन्दे मित्र बनाये हुय है जो जुआ खेलते है सिकरेत भी पिते है । मै तुमहारा बड़ा भाई होने के खातिर तुम्हे यह बता देता हूँ की तुमहारे जीवन में हर निर्णय स्वयं लेना है, कब पढ़ना है, किससे पढ़ना है, कहां जाना है, कहां नहीं जाना, किससे मित्रता रखनी है, किससेे केवल परिचय तक ही सीमित रहना है. तुम भी अब तक यह समझ चुके होंगे की मित्रों की जीवन में क्या भूमिका रहती है. यहां रहते हुए भी एक मित्र के सहयोग और प्रेरणा से ही तुम्हें अच्छी विद्यालय में प्रवेश मिला हैं, यह तुम जानते हो.यदि चंचल प्रवृत्ति के, लापरवाह और व्यसनी मित्र मिल जाए तो भविष्य बिगड़ते देर नहीं लगती. तरह-तरह की बुरी आदतें, फिजूलखर्ची, लापरवाही और घरवालों से छिपाव ऐसे ही कुसंग का परिणाम होता है. तुम हम सभी की आशा हो. एक विशेष उद्देश्य और उच्च स्तर की शिक्षा के लिए घर से दूर गए हो पल भर के लिए भी तुम्हारा ध्यान लक्ष्य से ना भटके इसीलिए कुसंगति से बच कर रहना.हम सब की ओर से तुम्हें बहुत सारा स्नेह शुभकामनाएं और आशीर्वाद.
पत्र का उत्तर शीघ्र देना.
तुम्हारा अग्रज
कखग