kya aapko lagta hai ki Manav ki vartman Jivan Shaili aur shahrikaran se Judi yojanaen se pakshiyon ke liye Ghatak pakshiyon se Rahit vatavaran Mein unke samasya utpann ho sakti hai ine samasyaon se bachne ke liye Hamen kya karna chahie
Answers
Answer:
मित्र
हम आपको एक अनुच्छेद दे रहे हैं। आप इसकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
आज शहरीकरण तेज़ी से बढ़ रहा है। मानव की वर्तमान जीवनशैली और शहरीकरण से जुड़ी योजनाएँ पक्षियों के लिए घातक हैं। गाँव का विकास हो रहा है और वे शहरों में बदलते जा रहे हैं। यह विकास मानव के लिए अवश्य अच्छा हो सकता है। परन्तु वहाँ पर रहने वाले पशु-पक्षियों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। पक्षियों के लिए यह स्थिति बहुत ही कष्टप्रद है। उनके स्थायी निवास स्थान समाप्त हो रहे हैं। उन्हें या तो पलायन करना पड़ रहा है या फिर वे विलुप्ति की कगार पर बढ़ रहे हैं। कई पक्षी स्थिति से समझौता कर लेते हैं। लेकिन वह समझौता उनके लिए कारगर नहीं हो पाता है। आज गौरैया जैसी पक्षियों की प्रजाति कई स्थानों पर दिखाई नहीं देती है। यह हमारे लिए चिंता की बात है। पक्षी अत्यधिक गर्म तापमान में मर जाते हैं या उस स्थान को छोड़ कर चले जाते हैं। इसके बचाव के लिए सरकार ने कारखाने, उद्योग, फैक्ट्री इत्यादि को रिहायशी इलाकों से दूर बसाने का निर्णय लिया है।
Answer:
यह कहना गलत नहीं है कि मानव की वर्तमान जीवन-शैली और शहरीकरण से जुड़ी योजनाएँ पक्षियों के लिए घातक हैं क्योंकि शहरों से औद्योगीकरण के कारण विषैली गैसें और प्रदूषित जल पक्षियों के लिए हानिकारक होता है| दूसरी ओर अधिक-से-अधिक भवन निर्माण के कारण वनों व हरियाली वाली इलाकों को काटकर बड़े-बड़े भवन बना दिए जाते हैं, जिससे पक्षियों का आश्रय स्थल समाप्त हो जाता है| साथ ही वृक्षों से प्राप्त खाद्य पदार्थ, फल-फूल आदि उन्हें नहीं मिल पाते| ऐसा होने पर उन्हें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है| इसलिए हमें पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए हमें अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाने चाहिए व बाग-बगीचों का निर्माण करना चाहिए| फैक्टरियों को भी शहरों से दूर लगाकार धुएँ व प्रदूषित जल हेतु उचित प्रबंध करने चाहिए|
mark as brainleast