Kya ldki mata pita ke liya bhojh ha 5 lines
Answers
Answered by
0
Answer:
नारी सामाजिक गतिविधियों और शिक्षा से वंचित होती चली गई और एक दासी और मशीन की तरह घर की चार दीवारी में बंद करके रख दी गई है. अब स्त्री के सारे कार्यों का निर्णायक भी पुरुष ही बन गया. लड़की माता पिता का बोझ लगने लगी तथा उनमें किसी भी प्रकार उसका विवाह कर इस बोझ से मुक्त होने की भावना पनपने लगी.
आजकल पढ़ लिखकर लड़की अपना बोझ तो क्या, अपने परिवार का बोझ भी अपने कंधों पर उठाने का सामर्थ्य रखती हैं. अतः माता पिता और समाज को यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि लड़की बोझ नहीं हैं, अपितु समाज का एक मजबूत स्तम्भ हैं.
Hope it will help you...
Can you please mark my answer as the brainliest because i need only 2 brainliest answers for going in next rank.
Similar questions
English,
6 hours ago
Sociology,
6 hours ago
English,
6 hours ago
Math,
8 months ago
Computer Science,
8 months ago