लो अतीत से उतना ही जितना पोषक है ਲਾਡੀ ਧੀ ਦੇ ਵੱਡੇ नयतकातोड जीर्ण-शीर्ण का मोह मृत्यु का ही द्योतक है जिरले तोड़ो बंधन, रुके न चिंतन गति, जीवन का सत्य चिरंतन फातिक काकी धारा के शाश्वत प्रवाह में इतने गतिमय बनो कि जितना परिवर्तन है।
bhavarth batado jo sahi bataya ga wo brainloest bana ga
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अतीत से उतना ही जितना पोषक है ਲਾਡੀ ਧੀ ਦੇ ਵੱਡੇ नयतकातोड जीर्ण-शीर्ण का मोह मृत्यु का ही द्योतक है जिरले तोड़ो बंधन, रुके न चिंतन गति, जीवन का सत्य चिरंतन फातिक काकी धारा के शाश्वत प्रवाह में इतने गतिमय बनो कि जितना परिवर्तन है।
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Hope it's correct thank you ♥
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