लाभ व हानि समायोजन खाता क्यों तैयार किया जाता है? वर्णन करें।
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लाभ व हानि समायोजन खाता इसलिए तैयार किया जाता है, क्योंकि जब किसी व्यापार में नए साझेदार का प्रवेश होता है तो व्यापार की संपत्तियों और दायित्वों को वर्तमान मूल्य पर दिखाने के लिए उनका पुनर्मूल्यांकन करना पड़ता है।
इसका कारण यह है क्योंकि संपत्तियों के मूल्यों में बढ़ोतरी होने से या दायित्वों के मूल्य में कमी होने से लाभ होता है और संपत्तियों के मूल्य में कमी होने से या दायित्वों के मूल्यों में बढ़ोतरी होने से हानि होती है। यदि लाभ होता है तो पुराने साझीदार नए साझीदार को यह लाभ नहीं देना चाहते हैं और यदि हानि होती है तो नया साझीदार उस हानि को वहन नहीं करना चाहता है।
इस समस्या के निरारण के लिये सम्पत्ति और दायित्वों का पुनर्मूल्यांकन कर के लाभ-हानि को पुराने साझेदारों में बांटने के लिए लाभ-हानि समायोजन खाता तैयार किया जाता है। इन खातों को पुनर्मूल्यांकन खाते भी कहते हैं।
Answer:
जब फार्म में नया साझेदार प्रबेश लेटा है तब पुराना संयोजन खाता बंद किया जाता है और नए खाते करने के लिए लभ हनी स्मयोजन खाता तेयर किया जाता है।