लोगों की आंखों में कब चमक आ जाती है
Answers
Answer:
किसान जब अपने पूर्व वैभव को याद करता है तो क्षण भर के लिए उसे सुख और आनंद का अनुभव होता है। उसकी आँखों में चमक उभर आती है परंतु किसान का यह सुखद अहसास क्षण भर में विलीन भी हो जाता है और उसे तीखी नोक की भाँति वह सारी सुख की बातें चुभने लगती है।
hope it helps u dear
Answer:
नेहरू जी जब भारत के लोगों से यह कहते थे कि तुम इस भारतमाता के अंश हो, एक तरह से तुम ही भारतमाता हो, और जैसे-जैसे ये विचार उनके मन में बैठते, उनकी आँखों में चमक आ जाती, इस तरह, मानो उन्होंने कोई बड़ी खीज कर ली हो।
Explanation:
जीवन परिचय-जवाहरलाल नेहरू का जन्म इलाहाबाद के एक संपन्न परिवार में 1889 ई. में हुआ। इनके पिता प्रसिद्ध वकील थे। नेहरू की प्रारंभिक शिक्षा घर पर तथा उच्च शिक्षा इंग्लैंड में हैरो तथा कैम्ब्रिज में हुई। इन्होंने वहीं से वकालत की पढ़ाई की। इन पर गाँधी का बहुत प्रभाव था। उनके आहवान पर वे पढ़ाई छोड़कर आजादी की लड़ाई में जुट गए। 1929 ई. में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन के अध्यक्ष बने और पूर्ण स्वतंत्रता की माँग की। इनका झुकाव समाजवाद की ओर भी रहा।
1947 ई. में भारत स्वतंत्र हुआ। ये भारत के पहले प्रधानमंत्री बने तथा जीवनपर्यत भारत के निर्माण में लगे रहे। उन्होंने देश के विकास के लिए कई योजनाएँ बनाई जिनमें आर्थिक और औद्योगिक प्रगति तथा वैज्ञानिक अनुसंधान से लेकर साहित्य, कला, संस्कृति आदि क्षेत्र शामिल थे। बच्चों से इन्हें विशेष लगाव था। वे चाचा नेहरू के रूप में जाने जाते हैं। ये शांति, अहिंसा और मानवता के हिमायती थे। इन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्वशांति और पंचशील के सिद्धांतों का प्रचार किया। इनका निधन 1964 ई. में हुआ।
नेहरू जी लोगों को बताते थे कि तुम ही भारत माता के अंश हो। एक तरह से तुम ही भारत माता हो। यह बात जब उनकी समझ में आ जाती थी तो उनकी आँखों में चमक आ जाती थी। उन्हें लगता था मानो उन्होंने कोई खोज कर ली हो।
#SPJ3
Learn more about this topic on:
https://brainly.in/question/34726935