लोगो ने बस चालक से माफी क्यों मांगी?
पाठ 7 क्या निराश हुआ जाये
Answers
Answer:
पढ़ता : क्रिया, सामान्य वर्तमान, पुल्लिंग, एकवचन, सकर्मक, वाक्य का विधेय है।
हैं : सहायक क्रिया, वर्तमान काल और वाक्य का विधेय है।
(2) जो परिश्रम करेगा, वह अवश्य सफल होगा।
जो : सर्वनाम, संबंधवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, कर्त्ताकारक, 'करेगा' क्रिया का कर्त्ता।
परिश्रम : संज्ञा, भाववाचक, पुलिंग, एकवचन, कर्मकारक, 'करेगा' क्रिया का कर्म।
करेगा : क्रिया, सकर्मक, सामान्य, भविष्यत काल, पुलिंग, एकवचन, प्रथम पुरुष, 'जो' कर्त्ता की क्रिया।
वह : सर्वनाम, पुरुषवाचक, पुलिंग, एकवचन, अन्य पुरुष, कर्त्ता कारक, 'होगा' क्रिया का कर्त्ता और वाक्य का उद्देश्य है।
अवश्य : अव्यय, क्रियाविशेषण।
सफल : विशेषण, गुणवाचक, 'वह' इसका विशेष्य है।
होगा
जब बस एक निर्जन सुनसान स्थान पर रुक गई तो सभी यात्री घबरा गए । ... लेकिन जब परिचालक डेढ़- दो घंटे बाद एक खाली बस लेकर आया और सभी यात्रियों से कहा कि, “आप लोग दूसरे बस में बैठ जाइए, क्योंकि यह बस चलने की स्थिति में नहीं है । तब सभी यात्रियों को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन लोगों ने चालक से माफी माँगी।