Science, asked by nandinibaghel40, 6 hours ago

लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए कोई तीन उपाय लिखिए​

Answers

Answered by stuabhiraj7900
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Answer:

सोडियम हायड्रोक्साइड, पोटैशियम नाइट्रेट और पानी का उपयोग करके उसमें छोटी स्टील की वस्तुओं को डुबोना चाहिए ताकि उन्हें क्षरण से सुरक्षा मिले, लेकिन यह उपाय केवल छोटी अवधि के लिए होता है और वस्तु को नीला-काला बना देता है

Answered by hardikbhaskar15
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Answer:

1. ऑक्सीजन और पानी के संपर्क से रोकें

1. ऑक्सीजन और पानी के संपर्क से रोकें2. पेंटिंग या क्रोम की लेयरिंग

1. ऑक्सीजन और पानी के संपर्क से रोकें2. पेंटिंग या क्रोम की लेयरिंग3. यशदलेपन ( Galvanisation )

Explanation:

लोहे में जंग लगने से सुरक्षा या बचाव चूँकि ऑक्सीजन तथा पानी दोनों के संपर्क में ही आने से लोहे में जंग लगता है अत : लोहे से बने सामानों किसी एक अर्थात पानी या ऑक्सीजन या दोनों के संपर्क में आने से रोक देने पर लोहे को जंग से बचाया जा सकता है । लोहे में जंग लगने से सुरक्षा या बचाव के कई तरीके हैं , जिनमें से कुछ निम्नांकित हैं :

1. पेंटिंग

लोहे से बने सामानों पर पेंट की एक या दो परत चढ़ा देने से उसे जंग से बचाया जा सकता है । लोहे से बने सामानों पर पेंट की एक या दो परत चढ़ा देने पर लोहा हवा में वर्तमान ऑक्सीजन या नमी के संपर्क में नहीं आता है तथा जंग नहीं लगता है ।यही कारण है कि लोहे से बने ग्रिल , कुर्सियां , दरबाजे , पुलों के गर्टर आदि को नियमित रूप से पेंत किया जाता है ताकि उन्हें हवा में वर्तमान नमी के संपर्क में आने से रोका जा सके एवं उसकी जंग से सुरक्षा की जा सके । लोहे के सामानों पर ग्रीस या तेल की परत का चढ़ाना लोहे के सामानों पर ग्रीस या तेल की परत चढ़ा देने से वे हवा में उपस्थित नमी के संपर्क में नहीं आते हैं तथा उनको जंग लगने से बचाया जाता है । यही कारण है कि सायकल आदि की चेन पर ग्रीस की परत नियमित रूप से चढ़ाई जाती है ताकि उन्हें जंग लगने से बचाया जा सके ।

2. यशदलेपन ( Galvanisation )

लोहे आदि से बने सामानों पर जिंक धातु की परता चढ़ाने की प्रक्रिया को यशदलेपन ( Galvanisation ) कहते हैं । जिंक परत लोहे से बने सामान को हवा में उपस्थित पानी तथा ऑक्सीजन के संपर्क में आने से रोकते हैं , जिससे उनकी जंग से बचाया जाता है , अर्थात जंग नहीं लगता है । हालाँकि जिंक आयरन से ज्यादा अभिक्रियाशील है , लेकिन जिंक का हवा में वर्तमान ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया कर जिंक ऑक्साईड बनाता है , जिसकी एक पतली परत जिंक पर चढ़ जाती है , जो जिंक के निचली परता को आगे ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करने से रोकता है ।

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