लाहुल-स्पीति में आवागमन की क्या कठिनाइयां हैं?
नेहरू जी भारत के सभी किसानों से कौन सा प्रश्न
प्र.9
अथवा
किसने 'देव दुर्लभ त्याग कहा और क्यों?
प्र.10 'नादमय उच्चार का क्या अर्थ है?
अथवा
प्राचीन चित्रकला के प्रमाण कहां मिलते हैं?
प्र.11 चेजारो कुई की खुदाई के समय अपने सिर पर टोप
अथवा
Answers
Answer:
9 - लाहौल स्पीति में आवागमन की अनेक कठिनाइयां हैं। स्पीति में पूरे साल में लगभग 8 से 9 महीने बर्फी जमा रहती है, इस कारण सारे रास्ते जाम हो जाते हैं और यह क्षेत्र बाकी दुनिया से कटा रहता है। मुश्किल से तीन चार महीने ही बसंत ऋतु रहती है, और सामान्य मौसम होता है। यहां पर ना तो हरियाली है ना ही पेड़ है।
OR
नेहरू जी भारत के सभी किसानों से 'भारतमाता की जय' के विषय में प्रश्न बार-बार किया करते थे। वह उनसे पूछते थे कि किसान जिस भारतमाता की जय करते हैं, वह कौन है? नेहरू जी के इस प्रश्न पर जब लोग जवाब देते की धरती को वे भारतमाता कहते हैं, तो नेहरू जी उनसे फिर प्रश्न करते कि कौन-सी धरती के बारे में बात की जा रही है?
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उन्हें पता नहीं था कि धन के सन्मुख सभी नतमस्तक हो जाते हैं। यहाँ तक कि देवता भी इसका त्याग सरलता से नहीं कर पाते। इसलिए धर्म (वंशीधर) को बुद्धिहीन तथा देव-दुर्लभ त्याग कहा गया है।
10 - नादमय उच्चार – गीत के किन्हीं दो शब्दों का अंतर स्वरों के आलाप द्वारा सुंदर रीति से भर देना, जिससे वे दोनों शब्द विलीन होते-होते एक दूसरे में मिल जाते है।
OR
. अनुक्रम
. इतिहास
. परिचय
. इन्हें भी देखें इतिहास चित्रकला का प्रचार चीन, मिस्र, भारत आदि देशों में अत्यंत प्राचीन काल से है। मिस्र से ही चित्रकला यूनान में गई, जहाँ उसने बहुत उन्नति की। ईसा से १४०० वर्ष पहले मिस्र देश में चित्रों का अच्छा प्रचार था। लंदन के ब्रिटिश संग्रहालय में ३००० वर्ष तक के पुराने मिस्री चित्र हैं।
11 - चेजारो अपने सिर पर काँसे, पीतल या अन्य किसी धातु के बर्तन को टोप की तरह पहन लेते हैं। यह टोप ऊपर से पड़े कंकड़-पत्थर या अन्य वस्तु से उनके सिर की रक्षा करता है।
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