लोहे से बना जहाज समुद्र में तैरता है, परन्तु लोहे का ठोस टुकड़ा (कील) डूब जाता है, क्यों? सम्बन्धित नियम देते हुये इस कथन की व्याख्या कीजिये।
Answers
Explanation:
आर्किमिडीज का सिद्धांत: एक उर्ध्वगामी बल जो एक तरल पदार्थ में डूबा हुआ शरीर पर लगाया जाता है, चाहे वह पूरी तरह या आंशिक रूप से जलमग्न हो, उस तरल पदार्थ के भार के बराबर होता है जो शरीर के द्रव्यमान के केंद्र में उर्ध्व दिशा में विस्थापित और कार्य करता है। विस्थापित द्रव।
कील का घनत्व (लोहे का) पानी की तुलना में बहुत बड़ा है। इसलिए यह आसानी से डूब जाता है। जहाज द्वारा विस्थापित पानी का वजन उसके वजन के बराबर होता है, इसलिए वह तैरता है। लोहे के कील से विस्थापित पानी का वजन उसके वजन से कम होता है, इसलिए लोहे की कील डूब जाती है।
Answer:
The concept is based on Archimedes ' principal.
Explanation:
According to Archimedes ' principal: A body experiences a upthrust in liquid when it is allowed to submerged completely or partially in a liquid at rest. The upthrust is proportional to the weight of the liquid expelled by the portion of the body submerged.
A piece of nail sink because water displaced by nail is less than its weight and have higher density than water.
Whereas the ship float on the water because there is hollow space filled with air at the bottom of ship, that helps to displace more volume of water by the ship than its weight and density of ship become less than water. This results into floating of ship.
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