Hindi, asked by khushi52599raj, 9 months ago

'लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है, यह भूल जाते हो।'- हीरा के इस कथन के माध्यम
से स्त्री के प्रति प्रेमचंद के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।​

Answers

Answered by faizahmad7869299
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Answer:

हीरा के इस कथन से यह ज्ञात होता है कि उस समय समाज में स्त्रियों की स्थिति अच्छी नहीं थी। समाज में स्त्रियों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता था। उन्हें शारीरिक यातनाएँ दी जाती थीं। वे पुरुषों द्वारा शोषित थी। इसलिए समाज में ये नियम बनाए जाते थे कि उन्हें पुरुष समाज शारीरिक दंड न दे। हीरा और मोती भले इंसानों के प्रतीक हैं। इसलिए उनके कथन सभ्य समाज पर लागू होते हैं। असभ्य समाज में स्त्रियों की प्रताड़ना होती रहती थी। लेखक नारियों के सम्मान के पक्षधर थे। वे स्त्रियों तथा पुरुषों की समानता के पक्षधर थे।

Answered by Anonymous
7

Exact Answer:

हीरा के कथन से लेखक का दृष्टिकोण ज्ञात होता है कि उस समय समाज में स्त्रियों की स्थिति अच्छी नहीं थी। वे पुरुषों द्वारा शोषित थीं। सामाजिक नियमों के अनुसार स्त्रियों को शारीरिक दंड देना अनुचित है। लेखक स्त्रियों की प्रताड़ना का विरोधी है। वह नारियों के सम्मान का पक्षधर है। वह स्त्रियों तथा पुरुषों की समानता का पक्षधर है।

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