लाकडाउन : छिपी प्रतिमा की पाहचान पर अनुच्छेद 100 शब्दों में लिखे।
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परिचय
देश में किसी कारणवश किये गए बंदी को हम लॉकडाउन कहते हैं। इस अवधि में न कोई व्यक्ति सड़क पर घूम सकता है, न तो कोई दुकानें खुली होती हैं और न ही स्कूल। अगर सड़कों पर कोई होता है तो वो है पुलिस और वे लोगों को चेतावनी देते रहते है की अंदर रहें। यह बहुत ही आवश्यक होने पर ही किया जाता है जब देश किसी संकट में रहता है। यह एक प्रकार की आपातकालीन स्थिति है और भारत में इसे 25 मार्च से 14 अप्रैल तक रखा गया।
भारत में क्यों किया गया लॉकडाउन
कोरोना एक जानलेवा वायरस का नाम है जो की बड़ी तेजी से पूरे विश्व में फ़ैल रहा है। इसकी शुरुवात चीन में हुई थी जो की धीरे-धीरे पूरे विश्व में फ़ैल गया। इटली, स्पेन, यूएस कुछ ऐसे देश हैं जो इससे बुरी तरह ग्रसित हैं और इन देशों में हालात बेकाबू हो चुके हैं और सरकार कुछ नहीं कर पा रही।
इन सबसे सबक लेते हुए और भारत में ऐसी स्थिति न आये इस लिये सरकार ने ऐसे बड़े कदम उठाये। कोरोना से बचाव ही इससे बचने का सर्वोत्तम उपाय है। आपस में 5-6 फ़ीट की दूरी बनाये रखना, मास्क पहनना, हाथों को समय-समय पर साबुन से कम से कम 20 सेकेंड तक धोना ही इसका इलाज है। और सामाजिक दूरी बनाना, आवश्यकता न होने पर घर से न निकलना, जैसे काम कर के आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं और इस लॉकडाउन को सफल बना सकते हैं।
लॉकडाउन के फायदे
भारत में लॉकडाउन कोरोना वायरस से निपटने के लिये किया गया और माना जाता है की यही इसका सर्वोत्तम उपाय है। कोरोना एक दूसरे में बड़े तेजी से फैलता है और इससे बचाव ही इसकी दवा है। हमारे प्रधानमंत्री जी ने देश की जनता के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, लॉकडाउन का ऐलान किया।
लॉकडाउन की वजह से कोरोना को फैलने के लिये लोग ही नहीं मिलेंगे और इससे कोरोना के बढ़ने की संभावना बहुत कम है।
21 दिन के बंद से हमारी प्रकृति को जैसे नया जीवन मिल गया हो और प्रदूषण का स्तर भी बहुत कम हुआ है। क्यों की सारे यातायात के साधन बंद हैं, फैक्ट्रियां सब बंद हैं।
पूरे विश्व में 10 लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं, तो वहीँ अब तक 45 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके हैं। इस लिये भारत के साथ-साथ चीन, स्पेन, इटली, आदि ऐसे देशों ने भी कोरोना से बचने के लिये कुछ दिन का लॉकडाउन अपनाया था।
लोगों के मनोरंजन को ध्यान रखते हुए सरकार रामायण एवं महाभारत जैसे पौराणिक सीरियल का प्रसारण दोबारा दूरदर्शन पर कराया और यह लॉकडाउन की वजह से ही हुआ। ताकि लोग घर पर रह सकें।
लॉकडाउन जिसका दूसरा नाम क्वॉरेंटाइन भी कहा जा रहा है, माना जा रहा है की आप जितना कम अपने घर से निकलेंगे, आपको कोरोना होने की संभावना उतना कम होगा।
निष्कर्ष
समस्या बड़ी हो तो उसका रोकथाम भी वृहद होना चाहिए और लॉकडाउन इसी का उदहारण है। इतने बड़े पैमाने पर एक देश को पूरी तरह बंद कर देना न तो आसान है और न ही कोई खेल। इतिहास गवाह है की भारतीय रेल इससे पहले कभी नहीं रुकी थी, परंतु स्थिति भयावह न हो जाये इस लिये ऐसे कदम उठाया गया। घर पर रहें सुरक्षित रहें और कोरोना को हराएं एवं लॉकडाउन को सफल बनायें।