लोकडाउन का श्रमिको के जीवन पर प्रभाव। ऊपर दिए गए विषय पर अनुच्छेद लिखए।
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श्रमिक व्यक्ति व्यक्ति होता है जो प्रतिदिन की आय से अपने घर का पालन पोषण करता है।लॉक डाउन की वजह से श्रमिकों को बहुत ही मुसीबतों का सामना करना पड़ा है लॉक डाउन की वजह से उनकी प्रतिदिन के कार्य बंद हो गए तथा उनकी आय भी बंद हो गई जिस करके उनका घर का खर्चा बंद हो गया तथा उनको खाने के लाले पड़ गए। वैसे तो सरकार ने लॉकडाउन हमारी सुरक्षा के लिए ही लगाया था ताकि कोरोना महामारी और ना फैले परंतु इसकी वजह से उन लोगों को बहुत समस्या हुई थी जो प्रतिदिन कार्य कर कर प्रतिदिन आय कमाते हैं। और घर का खर्चा चलाते हैं। इस तरह के व्यक्ति ज्यादातर उत्तर प्रदेश बिहार जैसे राज्य में पाए जाते हैं जैसे कि हम जानते हैं जब लॉकडाउन लगा तो बहुत से राज्यों से लोग अपने घर उत्तर प्रदेश बिहार लौट रहे थे क्योंकि उनके पास कमाने का कोई साधन ना था जिसकी वजह से उन्हें खाना प्राप्त ना हो रहा था परंतु कई लोगों ने इसके लिए मुंह में भी चलाई जैसे सोनू सूद श्रमिक लोगों के लिए बसों का इंतजाम किया था कि वे अपने घर लौट पाए कई संस्थाओं ने उन लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की और हमें इससे यह पता लगता है कि लॉकडाउन की वजह से श्रमिक की जिंदगी पर बहुत असर पड़ा है।