Hindi, asked by Anonymous, 14 hours ago

लॉकडाउन में घर बैठने का अपना अनुभव लिखिए। anyone please write in paragraph in hindi please I. request you all​

Answers

Answered by preethamsingh2904
1

Answer:

लॉकडाउन में घर बैठने का अपना अनुभव लिखिए।

Write your experience of sitting at home in lockdown.

For so many students sitting in their homes and not knowing when the lockdown will end for their particular schools or colleges, this is a difficult time. Opening up has risks. Not opening up has other worries. Some have lost a loved one to Covid-19. Others have faced severe restrictions due to the lockdown or quarantine. There are harrowing stories emerging of some who are unable to cope as they are cooped up in their homes.

Answered by pandeydevannshi
0

Answer:

जब कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने देश में लॉकडाउन कर दिया था और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई थी।

स्कूल और कॉलेज बंद पड़े थे ताकि छात्रों को इस वायरस से बचाया जा सके।स्कूल की छुट्टियां हो गई थी और हमें भी घर पर ही रहना पड़ रहा था। ऐसे में जहां हमारे माता-पिता इस वक्त का इस्तेमाल हम को खाना बनाना और नई -नई हस्तकला सिखाने में कर रहे थे। ।वहीं हम भी नई चीजें सीख रहे थे और परिवार के साथ ज्यादा वक्त बिता रहे थेऔर आपसी रिश्ते मजबूत करने में कर रहे थे।

पिताजी सुबह सुबह उठकर योग करते और हमें भी योग करने के लिए प्रेरित करते थे। शुरू शुरू में योग करने का मन नहीं होता था लेकिन धीरे-धीरे कुछ अभ्यास हो जाने के बाद मेरा मन भी योग करने में लगने लगा। पहले तो मैं बगीचे की तरफ जाता भी नहीं था ,लेकिन जब लॉकडाउन के दौरान बगीचे में गया वहां तरह-तरह की फूल देखे तो मेरा मन बागवानी करने का करने लगा और मैंने अपने हाथों से कुछ पौधे लगाए। अब बगीचे में जाकर मुझे रोज उत्सुकता होती कि कि मेरे लगाए पौधों में कब फूल उगेंगे। सारे बड़ा ही आनंददायक था।

लॉकडाउन से पहले के समय की बात करें तो उस वक्त हम सभी अपने रोजमर्रा के कामों में इतना व्यस्त रहते थे कि अपनों के लिए, अपने परिवार के लिए कभी समय ही नहीं निकाल पाते थे और सभी की सिर्फ यही शिकायत रहती थी कि आज की दिनचर्या को देखते हुए समय किसके पास है? लेकिन लॉकडाउन से ये सारी शिकायतें खत्म हो गई । इस दौरान हमें अपने परिवार के साथ बिताने के लिए बेहतरीन पल मिले । हमने अपने दादा- दादी के साथ समय बिताया ।लॉकडाउन के समय हमने अपने शौक को भी पूरा किया क्योंकि हमको इसके लिए अपनी खुद की दबी इच्छाओं को पूरा करने का समय मिला । मुझे संगीत सीखने का और पेंटिंग करने का बहुत शौक था किंतु समय की कमी के कारण संगीत,पेंटिंग नहीं कर पाता था। मुझे बहुत समय मिला और मैंने बहुत सुंदर सुंदर पेंटिंग बनाई इसके अलावा मैंने ऑनलाइन माध्यम से संगीत भी सीखा।,

मैनें सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी ईमानदारी के साथ पालन करते हुए इस समय को अपने लिए बहुत उपयोगी बनाया।

Similar questions