लॉकडाउन में लाभ और हानि essay medium size in hindi
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लॉकडाउन के फायदे
रोजमर्रा की जिन्दगी में हम दफ्तर के कार्यों में इतने मसरूफ हो जाते है की हमें अपने परिवार के साथ वक़्त बिताने का मौका नहीं मिलता। पहले 21 दिनों के लॉकडाउन में हमें वह बेहतरीन पल मिले जिसे अपने प्रिय परिजनों के साथ वक़्त व्यतीत किया।
जहाँ कुछ लोगों ने यूट्यूब से वीडियो देखकर भोजन बनाना सीखा। कुछ लोगों ने घर पर परिवार संग अंताक्षरी खेला, कुछ ने मशहूर चलचित्र और वेब-सेरिस देखा। कुछ लोगों जिन्हे अपने बच्चों के साथ वक़्त बिताने का मौका नहीं मिलता, लॉकडाउन के कारण वह सुअवसर प्राप्त हुआ। बच्चों के साथ वीडियो गेम्स, कैरम जैसे गृहखेल का बड़ो ने आनंद लिया। विद्यालयों में छुट्टी होने के कारण घर बैठकर शिक्षको ने ऑनलाइन क्लासेज का सहारा लिया ताकि विद्यार्थियों की शिक्षा में कोई रूकावट न आये।
लॉकडाउन के नुकसान
बड़े-बड़े दफ्तर, कल-कारखाने को बंद करने के वजह से मज़दूरों पर आफत आन पड़ी है। जो मज़दूर दैनिक मज़दूरी पे जीते थे उनके घरो में चूल्हा जलना बंद हो गया है। बस्ती में लोग भूखे पेट सो रहे है। गरीब लोगो पर लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर पड़ा है, उनके पास घर लौटने के पैसे तक नहीं है। देश में ऐसी परिस्थिति की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री रहत कोष से जरूरत मंद लोगो की सहायता करने का निर्णय लिया। बहुत सारे लोगो ने भी आगे आकर जरूरत मंदो की मदद कर रहे है। लगभग सभी देशो के करोबार को भरी नुकसान भी पंहुचा है।