लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक - पर निबंध लिखें
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बाल गंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई, 1856 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी के चिखली नामक गाँव में हुआ था। बाल गंगाधर तिलक जी का जन्म मध्यम वर्ग के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके दादा जी का नाम केशवराव था। इनकी माता का नाम पारवती बाई गंगाधर तिलक और पिता का नाम रामचन्द्र गंगाधर तिलक पंत था। इनके दादाजी पेशवा राज्य के एक उच्च पद पर आसीन थे।
तिलक जी के पिता एक अध्यापक थे। उन्होंने बाल गंगाधर तिलक को संस्कृत, मराठी, गणित, का अच्छी तरह से घर पर ही ज्ञान करा दिया था। सन् 1873 में बाल गंगाधर तिलक ने डेकन कॉलेज में दाखिला लिया था। बुरी किस्मत की वजह से वे असफल हो गये थे। बाल गंगाधर तिलक जी ने सन् 1876 में बी० ए० की परीक्षा को पहली श्रेणी से पास किया थी। एम० ए० की परीक्षा में उन्हें दो बार असफलता प्राप्त हुई थी।
बाल गंगाधर तिलक जी ने सन् 1866 में पूना के स्कूल में दाखिला लिया। बाल गंगाधर तिलक जी की स्मरण शक्ति बहुत ही प्रबल थी। संस्कृत के सभी श्लोक उन्हें मुंह जुबानी याद रहते थे। वे निर्भीक प्रवृति के व्यक्ति थे जिसकी वजह से वे अध्यापकों से उलझ जाते थे। उनके पिता ने उन्हें घर पर ही बहुत कुछ सिखाया था और उनकी स्मरण शक्ति के कारण वे पूरे विद्यालय में बहुत ही होनहार विद्यार्थी थे। उनके शिक्षक, माता, पिता और अन्य लोगों को उन पर बहुत ही गर्व था। वे अपने परिवार का हमेशा समर्थन करते रहते थे।