लिखिए :-[5]
1. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिए प्रश्नों के सही उत्तर
वास्तव में, हृदय वही है जो कोमल भावों और
स्वदेश-प्रेम से ओत-प्रोत है। प्रत्येक देशवासी को अपने
वतन से प्रेम होता है। चाहे उसका देश सूखा, गर्म या दलदलों
से
युक्त हो । देश-प्रेम के लिए किसी आकर्षण की आवश्यकता
नहीं होती। वह तो अपनी भूमि के प्रति मनुष्य मात्र की स्व-
भाविक ममता है | मानव ही नहीं, पशु - पक्षियों तक को अपने देश
से प्रेम होता है। संध्या-समय पक्षी अपने नील की ओर चले
जाते हैं। देश-प्रेम का अंकुर सभी में विद्यमान होरा है। कुछ
लोग समझते हैं कि मातृभूमि के नारे लगाने से ही देश-प्रेम
व्यक्त होता है। दिन भर वे त्याग, बलिदान और वीरता की
कथा सुनाते नहीं थकते, लेकिन परीक्षा की घड़ी आने पर
भाग खड़े होते हैं। ऐसे लोग स्वार्थ त्यागकर, जान जोखिम
में डालकर देश की सेवा क्यों करेंगे ? अगज
आवश्यकता नहीं है।
(1) देश-प्रेम के लिए क्या आवश्यक है ?
(b) आज किस तरह के देश-प्रेमियों की आवश्यकता नहीं है?
(171) इस गद्यांश से क्या प्रेरणा मिलती है?
(iv) देशवासी' शब्द में कौन-सा समास
(v) उपयुक्त शीर्घक लिखिए।
खं
संहार
है?
-
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Answer:
क - देश प्रेम के लिए प्रतयेक देशवासी को अपने देश से बेहद प्रेम होना चाहिए।
ब - आकर्षण वाले देश प्रेमियों की।
स - हमें अपने देश से प्रेम करना चाहिए और देशभक्त बने रहना चाहिए।
ड - वा
Explanation:
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