Hindi, asked by StarTbia, 1 year ago

लिखाक ने ऐसा क्यों कहा योहा कि राजमहैंदरी के आगे गोदावरी की शान शौकत निराली है?
Hindi Class X SCERT Telangana Ch 9

Answers

Answered by KomalaLakshmi
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प्रस्तुत प्रश्न दक्ष्ण गंगा गोदावरी नामक पाठ से दिया गया है|इस पाठ कविता विधा में है|यह कविता काका कालेकर जी से लिखा गया है|इनका पूरा नाम दत्तात्रेय बालकृष्ण कालेकर है|उनका जन्म दिसंबर १८८५ को महाराष्ट्र के सतारा में हुआ और मृत्यु १९९१ में हुई|इन्होने आजीवन गांधीवादी  विचारधारा का पालन किया|इन्होंने हिन्दुस्तानी प्रचार सभा से,वार्धा के माध्यम से हिंदी की खूब सेवा की|इन्हों ने कहा था कि राष्ट्र भाषा प्रचार हमारा एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है|स्मरण यात्रा,धर्मोदय,लोकमाता,आदि इनकी प्रमुख रचनाएँ है|वे राज्य सहभा के सदस्य भी रह चुके थे|

पश्चिमकी तरह पहाड़ों की श्रेणियाँ है|पहाड़ों पर गिरे हुए बादलों से सूरज की धूप कही नामो निशान तक नहीं था|बादलों का रंग सावन होने का कारण गोदावरी की झाई और गहरी हो रही थी|पानी के ऊपर का दृश्य पानी में प्रति बिम्बित हो रहा था|इस से सुन्दरता बढ़ रही थी|पहाड़ों पर छाया बादल ॠषि मुनियों जैसे लग रहे थे|इसलिए लेखक ने कहा होगा कि राजमाहेंद्री के आगे गोदावरी की शान शोएकत निराली है|

Answered by mangeshkumarmandal79
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कहां पर गोदावरी किस शान

शौकत निराली है

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