लेख-सुधार –अनुच्छेद सुलेखन के रूप में लिखिए |
किसी भी कार्य की सफलता के लिए ध्येय के प्रति उत्कट लगन,कार्य में अटूट श्रद्धा एवं अपनी शक्तियों में पर्याप्त विश्वास आवश्यक है विश्वास,एकाग्रता,लगन,संतुलन,श्रद्धा आदि सब साहस के ऊपर निर्भर हैं,क्योंकि मनुष्य का सबसे प्रथम गुण साहस है | साहस अन्य सब गुणों का प्रतिनिधित्व करता है | यदि तन सशक्त हो,मन सशक्त हो,वाणी सशक्त हो तो उनके द्वारा प्राप्त कार्य-शक्ति के आगे भाग्य नत-मस्तक हो जाता है | साहसी की प्रतिभा के सामने शोक,भय भाग जाते हैं | साहसी को संसार भी रास्ता देता है | मनुष्य में सब गुण हों,वह विद्वान हो, धनवान हो,शक्तिशाली हो, पर यदि उसमें साहस न हो तो वह अपने सद्गुणों का, अपनी योग्यताओं व अपनी शक्तियों का उपयोग नहीं कर सकता | साहस मनुष्य के व्यक्तित्व का नायक है | साहस व्यक्ति को निर्भय बनाता है और जहाँ निर्भयता होती है वहाँ सफलता निश्चित है | निर्भयता से ही आत्मविश्वास जाग्रत होता है | आत्मविश्वास के आभाव में हम उस प्रत्येक कार्य को करते हुए डरेंगे जो हमने पहले नहीं किया और जो बिलकुल नया है | जिनके संकल्प अधूरे होते हैं ,जो संशय – ग्रस्त होते हैं , वे कोई बड़ा काम नहीं कर पाते और कुछ करते भि है तो उनमें असफल हो जाते हैं।
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भारत के राष्ट्रीय ध्वज जिसे तिरंगा भी कहते हैं, तीन रंग की क्षैतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित ध्वज है। इसकी अभिकल्पना पिंगली वैंकैया ने की थी।[1][2] इसे १५ अगस्त १९४७ को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व २२ जुलाई, १९४७ को आयोजित भारतीय संविधान-सभा की बैठक में अपनाया गया था।[3] इसमें तीन समान चौड़ाई की क्षैतिज पट्टियाँ हैं, जिनमें सबसे ऊपर केसरिया रंग की पट्टी जो देश की ताकत और साहस को दर्शाती है, बीच में श्वेत पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का संकेत है ओर नीचे गहरे हरे रंग की पट्टी देश के शुभ, विकास और उर्वरता को दर्शाती है।[4] ध्वज की लम्बाई एवं चौड़ाई का अनुपात ३:२ है। सफेद पट्टी के मध्य में गहरे नीले रंग का एक चक्र है जिसमें २४ आरे (तीलियां) होते हैं। यह इस बात प्रतीक है भारत निरंतर प्रगतिशील है| इस चक्र का व्यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है व इसका रूप सारनाथ में स्थित अशोक स्तंभ के शेर के शीर्षफलक के चक्र में दिखने वाले की तरह होता है। भारतीय राष्ट्रध्वज अपने आप में ही भारत की एकता, शांति, समृद्धि और विकास को दर्शाता हुआ दिखाई देता है।