लेखक के अनुसार लता जी का तीन मिनट का गायन शास्त्रीय संगीत के तीन घंटे से भी अधिक प्रभावशाली है। कैसे?
Answers
hey!!
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°•☆उत्तर:-•°☆
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☆लेखक कुमार गंधर्व के अनुसार शास्त्रीय गायन किसी उत्तम लेखक के किसी विस्तृत लेख में जीवन के रहस्य का विशद रूप में वर्णन जैसा है। वही बात, वही रहस्य छोटे से सुभाषित का, या नन्हीं-सी कहावत में सुंदरता और परिपूर्णता के साथ प्रकट होता है
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☆लता जी के गायन में यही श्रेष्ठता है। वे आगे लिखते हैं कि तीन घंटों की रंगदार महफिल का सारा रस लता की तीन मिनट की ध्वनि मुद्रिका में आस्वादित किया जा सकता है। उनका एक -एक गाना एक संपूर्ण कलाकृति होती है।
•°☆hope help u!!!°•☆
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Heya ______
लेखक के अनुसार लता जी का तीन मिनट का गायन शास्त्रीय संगीत के तीन घंटे से भी अधिक प्रभावशाली है। कैसे?
Answer ______
⚪ लेखक के अनुसार लता जी का तीन मिनट का गायन शास्त्रीय संगीत के तीन घंटे से भी अधिक प्रभावशाली है।
⚪ Kyuki Lata ji ke gane mai vo shresshha h ho turant hi sunne vale ke man me ghar kar jate hai...
⚪ Unke gane ki nipunta unhe prasidhh vah kushal gayak banati hai ho turant hi sabko anandit kar deti h...
Thank you