लेखक का ऑपरेशन करने से सर्जन क्यों हिचक रहे थे?
Answers
उत्तर :
लेखक का ऑपरेशन करने से सर्जन असली हिचक रहे थे क्योंकि जुलाई १९८९ में लेखक को एक साथ तीन हार्ट अटैक हुए। उसकी नब्ज,सांस और धड़कन लगभग बंद हो गई। तब डॉक्टर बोने॑र् ने प्रयोग के तौर पर लेखक को नौ सौ वाट के शाॅक्स दिए जिससे उनके प्राण वापस आ गए। इस प्रक्रिया में लेखक के हार्ट का लगभग ६०% हिस्सा खत्म हो गया था। अब केवल ४०% हार्ट बचा था और उसमें भी तीन अवरोध थे । इसी कारण ओपन हार्ट ऑपरेशन करने से सर्जन हिचक रहे थे। उन्हें डर था कि कहीं यह 40% हार्ट भी धड़कना बंद न कर दे। अंत में कुछ अन्य विशेषज्ञों की राय लेकर कुछ दिन बाद ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया।
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उत्तर :
लेखक का ऑपरेशन करने से सर्जन असली हिचक रहे थे क्योंकि जुलाई १९८९ में लेखक को एक साथ तीन हार्ट अटैक हुए। उसकी नब्ज,सांस और धड़कन लगभग बंद हो गई। तब डॉक्टर बोने॑र् ने प्रयोग के तौर पर लेखक को नौ सौ वाट के शाॅक्स दिए जिससे उनके प्राण वापस आ गए। इस प्रक्रिया में लेखक के हार्ट का लगभग ६०% हिस्सा खत्म हो गया था। अब केवल ४०% हार्ट बचा था और उसमें भी तीन अवरोध थे । इसी कारण ओपन हार्ट ऑपरेशन करने से सर्जन हिचक रहे थे। उन्हें डर था कि कहीं यह 40% हार्ट भी धड़कना बंद न कर दे। अंत में कुछ अन्य विशेषज्ञों की राय लेकर कुछ दिन बाद ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया।
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