Hindi, asked by sompalrana231, 8 months ago

लेखक को परिमल के दिन क्यो याद आते है

Answers

Answered by Arpita1678
18

Explanation:

परिमल' एक साहित्यिक संस्था थी जिसका गठन लेखक, फ़ादर और उनके साथियों ने मिलकर किया था। लेखक को 'परिमल' के दिन इसलिए याद आते थे, क्योंकि उसमें सभी एक पारिवारिक रिश्ते कि तरह बँधे थे और उसमें जेष्ठ फ़ादर बुल्के ही थे, जो उस संस्था के सभी के साथ निर्लिप्त भाव से सम्मिलित होकर सबका पथ प्रदर्शन करते थे।

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Answered by sharmamanas322
2

Answer:

kyu lekhak ke dost ka swabhav acha tha . unki baate me baate waqt lekhak ko parimal ke din yaad aate hai

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