Hindi, asked by kumarnikhil39842, 1 month ago

-लेखक ने आग और सुई-धागे के आविष्कारों से क्या स्पष्ट किया है?​

Answers

Answered by prashant1121
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Answer:

लेखक ने आग और सुई-धागे के उदाहरण से स्पष्ट किया है कि व्यक्ति की एक चीज़ है आविष्कार कर सकने की शक्ति 2. और दूसरी चीज़ है आग और सुई धागे का आविष्कार। जिस योग्यता, प्रवृत्ति या प्रेरणा के बल पर आग का और सुई

Answered by tripathiakshita48
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आग, सूत या सूई को स्वतंत्र रूप से बनाने वाला व्यक्ति संस्कृत ही रहा होगा। इसी प्रकार जनकल्याण के सूत्र की रचना करने वाला और उसकी भावना पर आधारित व्यक्ति संस्कृत व्यक्ति कहलाता है।

एक व्यक्ति जो स्वतंत्र रूप से नई जानकारी की खोज करता है, शब्द के सही मायने में संस्कृत के रूप में योग्य है। न्यूटन ने अपनी पहल पर गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत का विकास किया। उन्हें संस्कृत व्यक्ति के रूप में संदर्भित करना उचित है क्योंकि यह सिद्धांत नवीन था।

सर्दी में शरीर को गर्म रखने के लिए ही सूई-धागा बनाया गया होगा। सुई और धागे के आविष्कार से कपड़े के दो टुकड़े आपस में जुड़े होंगे।

आग अपने आप में एक शानदार आविष्कार रही होगी। क्योंकि मानव की बौद्धिक क्षमता अभी पूरी तरह से विकसित नहीं हुई थी। समय के लिहाज से यह खोज शानदार थी।

आग की खोज के पीछे प्रकाश की आवश्यकता और पेट की ज्वाला संभवतः प्राथमिक चालक थे। मनुष्य को जब अँधेरे में दिखाई नहीं दे रहा था तब उसे प्रकाश की आवश्यकता महसूस हुई होगी और पकाने और कच्चे मांस के स्वाद से बचने की इच्छा के परिणामस्वरूप आग पैदा हुई होगी।

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