लेखक ने बचपन में मित्रों के साथ अपने अध्यापक मूसन तिवारी को चिढ़ाया था। उनका ऐसा करना शोभा क्यों नहीं देता? तर्कपूर्ण उत्तर दीजिए।
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उत्तर:
एक दिन भोलानाथ और उसके साथी बाग से आ रहे थे कि उन्हें मूसन तिवारी (गुरु जी) दिखाई दिए। उन्हें कम दिखई पड़ता था। साथियों में से ढीठ बैजू ने उन्हें चिढ़ाते हुए कहा ‘बुढ़वा बेईमान माँगे करेला का चोखा ।’ गुरु जी को चिढ़ाकर सभी बच्चे घर की ओर भागने लगे। गुरु जी बच्चों को पकड़ने के लिए भागे पर बच्चे हाथ न आए। वे पाठशाला चले गए। पाठशाला से चार बच्चे भोलानाथ और बैजू को पकड़ने के लिए घर आ गए। शरारती बैजू तथा अन्य बच्चे भाग गए पर भोलानाथ को गुरु जी के शिष्य पकड़कर पाठशाला ले गए। जिन बच्चों ने गुरु जी को चिढ़ाया था, उनके साथ रहने के कारण उन्होंने भोलानाथ को दंडित किया।
Answer:
बैजू और बच्चों ने गाँव के बुजुर्ग मूसन तिवारी को चिढ़ाया। बैजू बड़ा बिगड़ैल और ढीठ लड़का था। ऐसा करना उनको शोभा नहींं देता था परंतुु बच्चों की मनोवृति नकल करने की होती है। बैजू के पीछे-पीछे छोटे बच्चे भी उनको चिढ़ाने लगे।
Explanation:
r u in class 10 now? anyways nice to meet u