Hindi, asked by kritika9733, 1 year ago

--लेखक ने हीरे से भी कीमती किसे कहें और क्यों?

Answers

Answered by anand5423
24

Explanation:

लेखक ने हीरे से भी कीमती ‘धूल भरे हीरे ‘ को कहा है। धूल भरे हीरे का अर्थ है- गाँव की मिट्‌टी में खेल कूदकर पला हुआ ग्रामीण बालक। लेखक ने धूल भरे हीरे को मूल्यवान इसलिए बताया है क्योंकि ग्रामीण बालक गाँव की धूल-मिट्‌टी में पलकर बड़े होते हैं। वे उसी में जीवन के सब सुख लेते हैं। अत: धूल उनका श्रृंगार बन जाती है।

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. Hope it helps

Thanku


kritika9733: thank you
anand5423: u welcome
anand5423: thanks for following
kritika9733: u to for answering
kritika9733: thank u
anand5423: my pleasure
Answered by roysharanjeet
14

first of all you Should write the chapter name.....

लेखक ने हीरे से भी कीमती ‘धूल भरे हीरे ‘ को कहा है। धूल भरे हीरे का अर्थ है- गाँव की मिट्‌टी में खेल कूदकर पला हुआ ग्रामीण बालक। लेखक ने धूल भरे हीरे को मूल्यवान इसलिए बताया है क्योंकि ग्रामीण बालक गाँव की धूल-मिट्‌टी में पलकर बड़े होते हैं। वे उसी में जीवन के सब सुख लेते हैं। अत: धूल उनका श्रृंगार बन जाती है।

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