लेखक ने पाठ में गानपन का उल्लेख किया है। पाठ के संदर्भ में स्पष्ट करते हुए बताएँ कि आपके विचार में इसे प्राप्त करने के लिए किस प्रकार के अभ्यास की आवश्यकता है?
Answers
Heya _____
लेखक ने पाठ में गानपन का उल्लेख किया है। पाठ के संदर्भ में स्पष्ट करते हुए बताएँ कि आपके विचार में इसे प्राप्त करने के लिए किस प्रकार के अभ्यास की आवश्यकता है?
Answer ________
⚪ गानपन yani vo gayki jo aam insaan ko bhi bhav vibhor kar de uska man bhi gana sunkar prasann ho jaye....
⚪ इसे प्राप्त करने के लिए kade abhyas ki jarurat hoti h , kai saal lagatar abyas karna hota h , pariaham karna hota h..
⚪ Swar , lay , taal ka acchi gyan lena hota h fir nirantar abhyas karna hota h .
Thank you
hye!
____
↪लेखक ने पाठ में गानपन का उल्लेख किया है|
↪यहाँ गानपन का अर्थ गाने का वह अंदाज है जो एक आदमी को भी भावविभोर कर दे.
↪जिस प्रकार मनुष्यता हो तो वह मनुष्य है उसी प्रकार संगीत की विशेषता उसका गानपन होता है
↪लता मंगेशकर के गानों में भी गानपन मौजूद रहता है
↪इसे प्राप्त करने के लिए गायन में निर्मलता होना तथा गाने का नियमित अभ्यास करना आवश्यक है.