लेखक ने संसार में किस प्रकार के सुख को दुर्लभ माना है? only two✌ 2⃣ lines answer
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1. लेखक ने किसी शिशु के धूल से सने चहरे की सुंदरता निहारने के सुख को दुर्लभ माना है।
2. लेखक ने माना कि मिट्टि की आभा धूल है। मिट्टी की पहचान धूल से होती है।
यह दोनों चीज़े लेखक ने दुर्लभ मानी है।
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Explanation:
लेखक ने अखाड़े की मिट्टी और धूल से सनने को संसार का सबसे दुर्लभ दुख माना है
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