लेखक ने उत्साह और लगन से अतिथि का स्वागत क्यों किया ?
Answers
Answered by
5
Answer:
this question is from which standard and which chapter ?
Answered by
24
लेखक ने अतिथि का स्वागत जिसे उत्साह और लगन के साथ किया उसके मूल में यह आशा थी कि अतिथि भी अपना देवत्व बनाए रखेगा और उसकी परेशानियों को ध्यान में रखकर अगले दिन घर चला जाएगा। जाते समय उसके मन पर शानदार मेहमान नवाजी की छाप होगी।
Similar questions