लेखक पड़ोसी के प्रति अपनी उदारता का परिचय किस प्रकार देते थे?
पड़ोसी की केबल का तार काटने को लेकर लेखक क्या तर्क देते हैं?
लेखक ने व्यक्ति और देश के पड़ोसियों की तुलना क्यों की है?
पाठ के आधार पर बताइए कि अकसर पड़ोसियों में किन बातों को लेकर बहस होती थी?
Answers
1. लेखक पड़ोसी के प्रति अपनी उदारता का परिचय अपनी दरियादिली से देते हैं । वे अपने पुराने जूतों, प्लास्टिक के थैलों, टूटी शीशी और गले सड़े कूड़े को अपने पड़ोसी के घर के सामने फेकने में जरा भी संकोच नहीं करते। वे अपने पड़ोसी का केबल का तार काट देते हैं।इसके अलावा पड़ोसी के शोर मचाने पर उससे हमदर्दी जताते हुए कूड़ा फेकने वाले को कोसते भी हैं।
2. लेखक पड़ोसी के केबल का तार काटने को सही ठहराने के लिए दलीलें पेश करते हुए कहते हैं कि केबल में आने वाले कार्यक्रम बच्चों के कोमल मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डालते हैं। बच्चे इन कार्यक्रमों को देखने के इतने आदी हो जाते हैं कि अपनी पढ़ाई तक का नुकसान कर लेते हैं, लगातार टी .वी. देखने से उनकी आँखें भी कमजोर हो जाती हैं।
3. लेखक ने व्यक्ति और देश के पड़ोसियों की तुलना की है क्योंकि जिस प्रकार एक व्यक्ति भला मानुष और हमारा शुभचिंतक होने का दिखावा करता है ठीक उसी प्रकार हमारे देश के पड़ोसी देश हमारे देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप ना करने का वादा करते हैं लेकिन गुप्त रूप से हमारे देश में घुसपैठिए भेजकर सामाजिक गतिविधियों को अंजाम देकर खौफ़ का माहौल पैदा करते हैं।
4. पड़ोसियों के बीच अधिकतर सामान्य बातों को लेकर बहस होती थीl जैसे :- कूड़े - कचरे का इधर-उधर फेंका जाना, पड़ोसी को दिए गए चीजों के बदले खराब चीजों का प्राप्त होना या खराब अवस्था में प्राप्त होना।
Answer:
nahi pata kya ha andwer bata do