Hindi, asked by aarav28131, 3 months ago

लेखन
कक्षा के
हो
आप सीनियर सैकेट्री स्कूल मयूर, विहार,
दिल्ली केद्रसती
हव अभिषक
विद्यालय में महंगी फीस के कारण
यहाँ गरीब बच्चे प्रवेश नहीं ले पाते है।
शारीत बच्चों को प्रवेश देने की अनुरोध
करते हुए विठ्यालय के प्रधानाचार्याको
प्रार्थनापत्र लिखिए
1​

Answers

Answered by yakshitakhatri2
16

⤷ Aɴsᴡᴇʀ

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सेवा में,

प्रधानाचार्या जी,

अर्वाचीन सीनियर सेकेंड्री स्कूल,

मयूर विहार, दिल्ली

विषय - गरीब बच्चों के प्रवेश के संबंध में

महोदया,

विनम्र निवेदन यह है कि मैं इस विदयालय की दसवीं कक्षा का छात्र हैं। हमारे विद्यालय का शत-प्रतिशत परिणाम, यहाँ के अध्यापक-अध्यापिकाओं की मेहनत और शिक्षण-सुविधाएँ इसकी ख्याति में वृद्धि कर रहे हैं। क्षेत्र के अभिभावक अपने बच्चों को यहाँ प्राथमिकता के आधार पर पढ़ाना चाहते हैं। इस विद्यालय के पढ़े-लिखे छात्र उच्च पदों पर कार्यरत हैं, यह देख बच्चे भी यहाँ पढ़ने की इच्छा रखते हैं। धनीवर्ग अपने बच्चों को आसानी से पढ़ा सकते हैं पर यहाँ की महँगी फीस गरीब बच्चों की शिक्षा में बाधक है। गरीब बच्चे चाहकर न यहाँ प्रवेश ले सकते हैं और न अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।

अतः आपसे प्रार्थना है कि विद्यालय की प्रत्येक कक्षा में 20 प्रतिशत गरीब बच्चों को प्रवेश देकर मानवता की भलाई के लिए एक पुनीत कार्य करें तथा उनके सपनों को साकार करने में अपना योगदान दें।

सधन्यवाद,

आपका आज्ञाकारी शिष्य,

अभिषेक,

X-D, अनुक्रमांक-15

15 मार्च, 20xx

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Answered by kevintk2505
1

Answer:

महोदया,

विनम्र निवेदन यह है कि मैं इस विदयालय की दसवीं कक्षा का छात्र हैं। हमारे विद्यालय का शत-प्रतिशत परिणाम, यहाँ के अध्यापक-अध्यापिकाओं की मेहनत और शिक्षण-सुविधाएँ इसकी ख्याति में वृद्धि कर रहे हैं। क्षेत्र के अभिभावक अपने बच्चों को यहाँ प्राथमिकता के आधार पर पढ़ाना चाहते हैं। इस विद्यालय के पढ़े-लिखे छात्र उच्च पदों पर कार्यरत हैं, यह देख बच्चे भी यहाँ पढ़ने की इच्छा रखते हैं। धनीवर्ग अपने बच्चों को आसानी से पढ़ा सकते हैं पर यहाँ की महँगी फीस गरीब बच्चों की शिक्षा में बाधक है। गरीब बच्चे चाहकर न यहाँ प्रवेश ले सकते हैं और न अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।

अतः आपसे प्रार्थना है कि विद्यालय की प्रत्येक कक्षा में 20 प्रतिशत गरीब बच्चों को प्रवेश देकर मानवता की भलाई के लिए एक पुनीत कार्य करें तथा उनके सपनों को साकार करने में अपना योगदान दें।

सधन्यवाद,

आपका आज्ञाकारी शिष्य,

अभिषेक,

X-D, अनुक्रमांक-15

15 मार्च, 20xx

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