Physics, asked by deepanshubelwal3833, 10 months ago

l लम्बाई की एक तांबे की रॉड समान कोणीय वेग ω से समरूप चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत घूर्णन कर रही है। तब सिद्ध करो कि इसके सिरों के मध्य प्रेरित विद्युत ½ Bωl2

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Answered by sonuvuce
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L लम्बाई की एक तांबे की रॉड समान कोणीय वेग ω से समरूप चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत घूर्णन कर रही है। तब सिद्ध करो कि इसके सिरों के मध्य प्रेरित विद्युत ½ BωL²

उपपत्ति निम्न है:

चित्रानुसार, L लम्बाई की रॉड का द्रव्यमान केन्द्र ठीक उसके बीच में स्थित होगा

रॉड के द्रव्यमान केन्द्र का वेग यदि v_c है तो

हम जानते हैं कि

रेखीय वेग = कोणीय वेग × वृत्ताकार पथ की त्रिज्या

अतः

v_c=\omega\times\frac{L}{2}

हम जानते हैं कि L लम्बाई की छड यदि B चुम्बकीय क्षेत्र में लम्बवत v वेग से गतिमान हो तो प्रेरित विद्युत्

\boxed{E=BLv}

अतः

E=B\times L\times V_c

\implies E=B\times L\times\omega\times\frac{L}{2}

\implies E=\frac{1}{2}B\omega L^2

आशा है यह उत्तर आपके लिए उपयोगी होगा|

और जानिये:

प्र. किसी प्रोटॉन को उसके वेग की दिशा के अभिलम्बवत् एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश कराने  से पूर्व विभवान्तर V तक त्वरित किया गया । यदि विभवान्तर को दुगुना कर दिया जाए, तो  चुम्बकीय क्षेत्र में प्रोटॉन द्वारा चले गए वृत्ताकार पथ की त्रिज्या किस प्रकार परिवर्तित होगी?

यहाँ जानिये: https://brainly.in/question/15658747

प्र. एक प्रोटोन चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के साथ 30° का कोण बनाकर ν वेग के साथ चुम्बकीय क्षेत्र B में प्रवेश करता है। तब प्रोटोन पर लगने वाला बल क्या है?

यहाँ जानिये: https://brainly.in/question/15521123

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