लार टपकना, आँखें खुलना, नौ दो ग्यारह होना, दिमाग खाना, मन में
8. अर्थ बताइए-
दुनिया की सारी गंदगी के बीच
दुनिया की सारी खुशबू
रचते हैं हाथ
9, 'स्वच्छता के महत्व पर एक अनु
च्छेद लिखिए।(शब्द-संख्या लगभग 100 हो)
10. 'अपने मुखिया' या 'वार्ड पार्षद के नाम एक चिट्ठी लिखिए, जिसमें विद्याल
चर्चा हो। (शब्दों की संख्या लगभग 100 हो)
ENGLISH
1. Read these lines and answer the questions that follow-
and hinds the rain
Answers
मुहावरे अर्थ :
लार टपकना : कोई चीज़ देखकर या सुनकर उसे पाने के लिए लालच आना |
आँखें खुलना : सचेत होना या होस में आना होता है।
नौ दो ग्यारह होना : चमका देकर भाग जाना |
दिमाग खाना : बेकार की बातें करके तंग करना।
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8. अर्थ बताइए- दुनिया की सारी गंदगी के बीच दुनिया की सारी खुशबू रचते हैं हाथ
यह पंक्तियाँ खुशबू रचते हैं हाथ कविता से ली गई है | यह कविता अरुण कमल जी द्वारा लिखी गई है | यही वह गली-मुहल्ले है जहाँ और सबसे मशहूर अगरबत्तियाँ बनती हैं, यही वह गंदे मोहल्ले के लोग है जो गंदे हाथों से यह अगरबत्तियां बनाते है | इस स्थान में रह कर भी लोग अपने हाथों से सारी दुनिया को अच्छी खुशबु फैलाते है | वह अगरबत्तियों का निर्माण करते है , जिसके कारण हर घर में महक फैलती है , लोग पूजा करते है |
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9, 'स्वच्छता के महत्व पर एक अनुच्छेद लिखिए।
स्वच्छता से मेरा अर्थ है , मेरा यह मानना है हमें अपने आप-पास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने के साथ-साथ हमें अपने आप को स्वच्छ रखना भी जरूरी है |अपने आप को स्वच्छ रखना हमारा कर्तव्य है | जितना हमारे आस-पास स्वच्छता होगी हम कभी बीमार नहीं होंगे और हमेशा अच्छा-अच्छा महसूस करेंगे |स्वच्छता के कारण हम अच्छी साँस ले सकते है | हमें कोई भी बीमारी नहीं लगेगी |
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अपने मुखिया या वार्ड पार्षद के नाम एक चिट्ठी लिखीए, जिसमें विद्यालय में बाल संसद के गठन की चर्चा हो।
सेवा में ,
वार्ड परिषद,
ग्राम पंचायत शिमला
विषय : विद्यालय के बाल संसद के गठन वार्ड परिषद के नाम एक चिट्ठी
महोदय ,
सविनय निवेदन यह है कि मेरा नाम कृष्ण कुमार है | मैं इस पत्र में बाल संसद के गठन की चर्चा के बारे में कुछ अपने विचार साँझा करना चाहता हूँ | विद्यालय बाल संसद का गठन होना बहुत जरूरी है | बाल संदन एक अवसर है | जहाँ बच्चे प्रजातांत्रिक मूल्यों का सम्मान करना सीखते है | जहाँ बच्चे सीखते है | बच्चे अपने सपने को साकार करते है , जहाँ सब कुछ उनका अपना होता है | बच्चों के मन भाव आता कि यह विद्यालय उनका है|
विद्यालय में गतिविधि में बच्चों की सहभागिता सुनिश्चित करना बाल संसद का मुख्य उद्देश्य है | बच्चों को समस्याओं के समाधान में बच्चों की अहम भूमिका हो सकती है | इसके लिए हमें उन समस्याओं के प्रति बच्चों को संवेदनशील बनाना होगा|
आशा करता हूँ आप मेरे विचारों से सहमत होगें और इस विषय में विचार करोगे |
धन्यवाद
भवदीय ,
कृष्ण कुमार |