ladakh ke shiksha vyavastha ke bare me jankari de
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लद्दाख का क्षेत्रफल 1,66,698वर्ग किलोमीटर है ।केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख के अंतर्गत पाक अधिकृत गिलगित बलतिस्तान ,चीन अधिकृत अक्साई चिन और शक्सगम घाटी का क्षेत्र भी शामिल है । इसमें पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाये गये क्षेत्र गिलगित बलतिस्तान का क्षेत्रफल 64, 817 वर्ग किलोमीटर है ।जबकि चीन द्वारा 1962 में कब्जाये गये क्षेत्र अक्साई लद्दाख (अक्साई चिन )का क्षेत्रफल 37, 555 वर्ग किलोमीटर है ।इसके अलावा सन1963 में पाकिस्तान द्वारा 5180 वर्ग किलोमीटर का शक्सगम घाटी क्षेत्र चीन को उपहार में दिया गया ,जो लद्दाख का हिस्सा है । इसके उत्तर में चीन तथा पूर्व में तिब्बत की सीमाएँ हैं। सीमावर्ती स्थिति के कारण सामरिक दृष्टि से इसका बड़ा महत्व है। लद्दाख, उत्तर-पश्चिमी हिमालय के पर्वतीय क्रम में आता है, जहाँ का अधिकांश धरातल कृषि योग्य नहीं है। गॉडविन आस्टिन (K2, 8,611 मीटर) और गाशरब्रूम I (8,068 मीटर) सर्वाधिक ऊँची चोटियाँ हैं। यहाँ की जलवायु अत्यंत शुष्क एवं कठोर है। वार्षिक वृष्टि 3.2 इंच तथा वार्षिक औसत ताप 5 डिग्री सें. है। नदियाँ दिन में कुछ ही समय प्रवाहित हो पाती हैं, शेष समय में बर्फ जम जाती है। सिंधु मुख्य नदी है। केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख की राजधानी एवं प्रमुख नगर लेह है, जिसके उत्तर में कराकोरम पर्वत तथा दर्रा है। अधिकांश जनसंख्या घुमक्कड़ है, जिसकी प्रकृति, संस्कार एवं रहन-सहन तिब्बत एवं नेपाल से प्रभावित है। पूर्वी भाग में अधिकांश लोग बौद्ध हैं तथा पश्चिमी भाग में अधिकांश लोग मुसलमान हैं। हेमिस गोंपा बौंद्धों का सबसे बड़ा धार्मिक संस्थान है।
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अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में शिक्षा का विस्तार शुरू हो गया है। घाटी के विद्यार्थियों को लाभ देने के लिए बड़े राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थान यहां पहुंचने लगे हैं। हाल ही में इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) ने इस सिलसिले में एक स्कीम लॉन्च की है।
कंपनी सचिव संस्थान (ICSI) ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख के विद्यार्थियों के लिए 100 फीसदी फीस माफ करने की स्कीम लॉन्च की है। अगर इन प्रदेशों के छात्र-छात्राएं कंपनी सचिव संस्थान के सीएस फाउंडेशन या सीएस एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम में रजिस्ट्रेशन कराते हैं, तो उन्हें इन कोर्सेज के लिए किसी तरह की फीस नहीं देनी होगी। रिपोर्ट के अनुसार, आईसीएसआई की यह स्कीम आगामी एक सितंबर से प्रभावी हो जाएगी।
लद्दाख के सांसद जामयांग नामग्याल ने अपने प्रदेश में यह स्कीम लॉन्च करते हुए कहा, 'संस्थान के इस पहल से लद्दाख के विद्यार्थियों को मुख्यधारा में लाने में काफी मदद मिलेगी'।
इस स्कीम के बारे में आईसीएसआई के अध्यक्ष सीएस रंजीत पांडेय ने कहा कि 'हमें उम्मीद है कि इस कोशिश से प्रदेश के युवाओं के लिए शिक्षा और अवसरों के दरवाजे खुलेंगे'।