Ladkiyon ki sankhya kam hone par Bhartiya Samaj ka Roop Kaisa hoga
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किसी भी समाज या देश में लड़के तथा लड़कियों की संख्या का औसत बराबर होना चाहिए। लड़का तथा लड़कियों के की संख्या यह बताती है कि उस समाज में संतुलन है या नहीं।
लेकिन भारतीय समाज में लड़कियों की घटती आबादी बहुत ही खतरनाक है। लड़कों की तुलना में लड़के की संख्या घटना भारतीय समाज के लिए बेहतर नहीं है।
जिस भी घर में लड़कियों का वास होता है उस घर में हर चीजें संतुलित होता है था आसानी से सारे काम हो जाते हैं।
यदि लड़कियों कि संख्या कम होगी तो इससे घर परिवार पर असर पड़ेगा। किसी भी घर को कोई महिला बेहतर तरीके से चला सकता है।
अगर समाज के आधी आबादी पर संकट आएगा तो निश्चित ही भारत के ऊपर भी गलत असर देखने को मिलेगा
Answer:
लडकियों की संख्या कम होने पर समाज में अंतर्जातीय विवाह को बल मिलेगा और धीरे-धीरे जति व्यवस्था टूट जाएगी। दहेज प्रथा दम तोड़ देगी। समाज में लड़कियों के साथ समानतापूर्वक व्यवहार होने लगेगा। अविवाहित होना सामाजिक कलंक के रूप में नहीं देखा जाएगा और उन्हें सामान्य रूप से देखा जाने लगेगा।