laghu Katha in Hindi topic jaise Karni waise bharni
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Answer:
इस कहानी प्रेरणादायक कहानी को पढ़कर आपको जीवन को जीने का एक नया नजरिया मिलेगा
Explanation:
एक पुराने समय की बात है… केक ब्रेड बनाने वाले बेकर मैं एक किसान से आधा किलो मक्खन खरीदा।
बेकर लालची और कंजूस किस्म का व्यक्ति था इसलिए जब है मक्खन लेकर घर पहुंचा तो उसके मन में आया कि कहीं किसान ने उसे कम मक्खन तो नहीं दे दिया।
इसलिए उसने मक्खन को तोल कर देखा तो उसने पाया कि मक्खन आधा किलो से कुछ कम है यह देखकर वह आग बबूला हो गया और किसान को सबक सिखाने की सोची…
उसने मक्खन को सहेज कर रखा और अदालत में न्याय पाने के लिए पहुंच गया। किसान को भी अदालत में बुलाया गया था।
जजने किसान से पूछा किक्या तुम वजन मापने के लिए किसी चीज का इस्तेमाल करते हो
किसान ने साफ शब्दों में कहा, ‘नहीं हजूर। हमें बांटो से वजन करना नहीं आता है हम तो एक चीज के वजन के आधार पर दूसरी चीज का वजन करते है।
जज ने पूछा, ‘क्या मतलब’?
किसान बोला, ‘हजूर, बेकर बहुत समय से मेरे पास मक्खन खरीदने आता रहा है यह मुझसे मक्खन ले जाता है और और एक पैमाने में वजन नाप कर उतने ही वजन कि मुझे ब्रेड दे जाता है।
यदि मेरे द्वारा दिया गया मक्खन आधा किलो से कम है तो इसके लिए मैं या मेरा मापक जिम्मेदार नहीं है बल्कि यह बेकर खुद जिम्मेदार है।
क्योंकि इसलिए मुझे पहले ब्रेड का वजन कम करके दिया जिसके जवाब में मक्खन का वजन भी कम हो गया।
शिक्षा – जो जैसा कार्य करेगा उसे वैसा ही फल मिलेगा।