lekhika ki nani Ka Kya Naam Tha
Answers
Explanation:
please write the name of the chapter so that I tell to u
Answer: लेखिका की नानी ने दामाद बनाने के लिए ऐसे व्यक्ति को ढ़ूँढ़ने की बात की जो आजादी का सिपाही हो। इस तरह से लेखिका की नानी परोक्ष रूप से आजादी के आंदोलन में भागीदारी रहीं। लेखिका की नानी ने दामाद बनाने के लिए ऐसे व्यक्ति को ढ़ूँढ़ने की बात की जो आजादी का सिपाही हो। इस तरह से लेखिका की नानी परोक्ष रूप से आजादी के आंदोलन में भागीदारी रहीं।मृदुला गर्ग (जन्म:२५ अक्टूबर, १९३८)[1] कोलकाता में जन्मी, हिंदी की सबसे लोकप्रिय लेखिकाओं में से एक हैं। उपन्यास, कहानी संग्रह, नाटक तथा निबंध संग्रह सब मिलाकर उन्होंने २० से अधिक पुस्तकों की रचना की है। १९६० में अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर उपाधि लेने के बाद उन्होंने ३ साल तक दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्यापन भी किया है।
उनके उपन्यासों को अपने कथानक की विविधता और नयेपन के कारण समालोचकों की बड़ी स्वीकृति और सराहना मिली। उनके उपन्यास और कहानियों का अनेक हिंदी भाषाओं तथा जर्मन, चेक, जापानी और अँग्रेजी में अनुवाद हुआ है। वे स्तंभकार रही हैं, पर्यावरण के प्रति सजगता प्रकट करती रही हैं तथा महिलाओं तथा बच्चों के हित में समाज सेवा के काम करती रही हैं। उनका उपन्यास 'चितकोबरा' नारी-पुरुष के संबंधों में शरीर को मन के समांतर खड़ा करने और इस पर एक नारीवाद या पुरुष-प्रधानता विरोधी दृष्टिकोण रखने के लिए काफी चर्चित और विवादास्पद रहा था। उन्होंने इंडिया टुडे के हिन्दी संस्करण में २००३ से २०१० तक 'कटाक्ष' नामक स्तंभ लिखा है जो अपने तीखे व्यंग्य के कारण खूब चर्चा में रहा।
Explanation: